बाबरी मस्जिद केस पर फैसले के साथ ही रिटायर्ड हो जाएंगे जज SK यादव, जानिए वजह
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बाबरी मस्जिद केस पर फैसले के साथ ही रिटायर्ड हो जाएंगे जज SK यादव, जानिए वजह

जज सुरेंद्र यादव की ज़िंदगी में फैज़ाबाद की बहुत अमहियत है. उनकी पहली पोस्टिंग फ़ैज़ाबाद ज़िले में ही हुई थी और एडीजे के तौर पर पहला प्रमोशन भी फ़ैज़ाबाद में ही मिला था.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आज 28 साल बाद फैसला आया है. यह फैसला लखनऊ की स्पेशल सीबीआई अदालत के जज सुरेंद्र कुमार यादव सुनाएंगे. 5 अगस्त को जज सुरेंद्र कुमार यादव को इस मुक़दमे में स्पेशल जज के तौर पर मुक़र्रर किया गया था. 19 अप्रैल 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने जज सुरेंद्र कुमार यादव को रोज़ाना ट्रायल करके बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई दो साल में मुकम्मल करने का हुक्म दिया था.

सुरेंद्र यादव पिछले साल 30 सितंबर को ही रिटायर होने वाले थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जज की मुद्दत में इज़ाफा करते हुए बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई मुकम्मल होने तक बढ़ा दिया था और यूपी हुकूमत ने भी नोटिफिकेशन जारी कर फैसला आने तक जज की मुद्दत बढ़ा दी थी लेकिन आज इस मामले का फैसला सुनाने के बाद जज सुरेंद्र कुमार यादव रिटायर्ड हो जाएंगे. 

जज सुरेंद्र यादव की ज़िंदगी में फैज़ाबाद की बहुत अमहियत है. उनकी पहली पोस्टिंग फ़ैज़ाबाद ज़िले में ही हुई थी और एडीजे के तौर पर पहला प्रमोशन भी फ़ैज़ाबाद में ही मिला था. अब बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसे अहम मामले का तअल्लुक भी फ़ैज़ाबाद ज़िले से ही है. क्योंकि अयोध्या ज़िला में ही है.

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