कश्मीरी पंडितों का सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम; घाटी छोड़ने के लिए कसी कमर
Advertisement

कश्मीरी पंडितों का सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम; घाटी छोड़ने के लिए कसी कमर

घाटी में पंडित सरकारी कर्मचारियों के एक समूह ने कहा कि वे बुधवार को ट्रक-मालिकों से मिलकर किराए की बात कर रहे हैं, अगर सरकार उनकी बात नहीं मानी तो वह अपने दम पर घाटी छोड़ देंगे. 

मृत सरकारी टीचर रजनी बाला के परिवार के लोग विलाप करते हुए

श्रीनगरः कश्मीरी सरकारी पंडित (Kasmiri Pandit ) कर्मचारियों (Government Employees)के एक समूह ने घाटी में गैर मुस्लिम कर्मचारियों की आतंकवादियों द्वारा टार्गेट किलिंग (Target Killing in Kashmir) के खिलाफ बुधवार को सामूहिक पलायन की तैयारी शुरू कर (Pandit to Leave Valley ) दी है. घाटी में पंडितों को प्रधानमंत्री के पैकेज के तहत नौकरियां दी गई हैं. समूह ने कहा कि वे बुधवार को ट्रक-मालिकों से मिल रहे हैं जहां वे उनके समान को ले जाने के भाड़े पर बातचीत करेंगे. 
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों द्वारा एक शिक्षिका की गोली मारकर हत्या करने के कुछ घंटे बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के एक संगठन ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें 24 घंटे में सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित नहीं किया गया तो वे घाटी छोड़ देंगे.

एक बार फिर सामूहिक पलायन होगा
यहां उनके एक प्रतिनिधि ने कहा कि हम ट्रक मालिकों से भाड़ा तय करने के लिए आए हैं. देखते हैं, आज शाम तक सरकार कोई फैसला लेती है या नहीं. अगर नहीं तो, फिर हम कल से यहां से पलायन शुरू कर देंगे. एक कर्माचारी ने कहा कि अगर सरकार 24 घंटे में हमारी (सुरक्षा के लिए) कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो एक बार फिर सामूहिक पलायन होगा. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की टार्गेट किलिंग जारी है और समुदाय अब सरकार से अपील करते-करते थक गया है. उन्होंने कहा, “ हमें स्थानांतरित किया जाना चाहिए ताकि हमें बचाया जा सके.’’

सरकारी स्कूल की महिला टीचर को आतंकियों ने बनाया था निशाना 
एक कर्माचारी ने कहा कि हमारा प्रतिनिधिमंडल पहले उपराज्यपाल से मिला था और हमने उनसे हमारी सुरक्षा के लिए कहा था. हम घाटी में हालात सामान्य होने तक दो से तीन साल के लिए अस्थाई तौर पर जगह बदलने की मांग कर रहे हैं. कश्मीर को आतंकवाद से आजाद करने के लिए आईजीपी (पुलिस महानिरीक्षक) कश्मीर ने भी यही समय सीमा रखी है. जम्मू संभाग के सांबा जिले की रहने वाली रजनी बाला की मंगलवार को कुलगाम के सरकारी स्कूल में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी.

सरकारी पंडित कर्मचारियों की पहले भी हो चुकी हैं हत्याएं 
रजनी बाला से पहले, बडगाम जिले के तहसीलदार चदूरा के कार्यालय में घुसकर क्लर्क राहुल भट की 12 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दक्षिण कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमेश तलाशी ने मौजूदा हालात के लिए भाजपा पर निशाना साधा है. तलाशी ने ट्वीट किया कि 1990 दोहराता हुआ. उन्होंने कहा कि  कश्मीरी पंडित कश्मीर में लगातार होती टार्गेट किलिंग के बाद जम्मू स्थानांतरित होने के वास्ते ट्रक चालकों से भाड़ा तय करने के लिए निकले.’’ 

Zee Salaam

Trending news