एक ऐसा मंदिर जहां भगवान नहीं शहीदों की पूजा होती है
Advertisement

एक ऐसा मंदिर जहां भगवान नहीं शहीदों की पूजा होती है

ग्रामीणों ने बनाया  शहीदों का मंदिर 

ग्रामीणों ने बनाया  शहीदों का मंदिर

यमुनानगर, हरियाणा :  आपने अक्सर भगवान का मंदिर सुना होगा.. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि आज़ादी दिलाने वाले हमारे योद्धाओं का मंदिर। जश्न ए आजादी के मौके पर आपको एक ऐतिहासिक मंदिर की कहानी दिखाते हैं। शहीदों का देश में एक इकलौता मंदिर हरियाणा यमुनानगर जिले में बना हुआ है।गुमथला गांव में बने इस मंदिर मेंआपको भगवान नहीं नज़र आएंगे बल्कि इसमें देश को आजादी दिलाने वाले योद्धाओं की तस्वीरें और प्रतिमा दिखाई देंगी

fallback

 इंकलाब मंदिर में चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस समेत उन वीर सपूतों के तस्वीरें लगी हुई हैँ। जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए

 साल 2001 में बनाए गए इस इंकलाब मंदिर के निर्माण के पीछे मकसद था की देश के लिए कुर्बान होने वाले वीरों को हमेशा याद रखा जाए। जिससे आने वाली पीढ़ी उनसे प्ररेणा लेती रहे। इंकलाब मंदिर का ग्रामीण ख्याल उसी तरह रखते हैं जिस तरह भगवान के मंदिर का

               

fallback

 यहां गांव के लोग हर सुबह पहुंचते हैं और शहीदों की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन करते हैं। हालांकि गांव के लोग सरकार की अनदेखी से मायूस नज़र आए गांव के लोग मानते हैं कि जितना सम्मान देश पर शहीद हुए जवानों को मिलना चाहिए उतना दिया नहीं जाता है

 इंकलाब मंदिर में चाहे गणतंत्र दिवस हो स्वतंत्रता दिवस। जब भी कई बड़ा कार्यक्रम होता है। उस समय ग्रामीण यहां बड़ा उत्सव करते हैं। ऐसे में गुमथला गांव की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने देश पर कुर्बान हुए शहीदों की याद में इतना बड़ा कदम उठाया। जो हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणा का काम करता रहेगा।

fallback

 

Trending news