कितने प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष? जानें सावन में रुद्राक्ष के फाएदे
Muskan Chaurasia
Jul 23, 2024
Benefit of Rudraksha in Sawan:
रुद्राक्ष (Rudraksha) हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक सामग्री है.
रुद्राक्ष को हिन्दू धर्म में भगवान शिव की अनुपम कृपा का प्रतीक माना जाता है. यह प्राकृतिक रूप से बनी होती है और लोगों को आध्यात्मिक लाभ प्रदान करती है.
रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक उन्नति में मदद मिलती है. इसे पहनने से मानसिक शांति और ध्यान में स्थिरता आती है.
रुद्राक्ष को धारण करने शारीरिक और मानसिक रोगों में आराम मिलता है. इसे धारण करन वाले के पास नकारात्मक शक्तियां नहीं आती है.
मान्यता है कि रुद्राक्ष के धारण करने से संतान प्राप्ति में मदद मिलती है. इसलिए यह विवाहित जोड़ों के बीच भी लोकप्रिय है.
रुद्राक्ष पहनने से धन की प्राप्ति होने में भी सहायता मिलती है. इसे लोग धन, समृद्धि और सफलता के साधन के रूप में भी मानते हैं.
Types of Rudraksha:
रुद्राक्ष कई प्रकार की होती हैं. रुद्राक्ष 21 मुखी तक होता है. इनमें से 11 प्रकार के रुद्राक्ष सबसे ज्यादा प्रयोग में लाए जाते हैं.
एक मुखी रुद्राक्ष एक ही मुख (फेस) वाली होती है और ब्रह्मा, सूर्य या अग्नि के रूप में जानी जाती है. इसे धारण करने से मानसिक शक्ति, ध्यान और संतान प्राप्ति में सहायता मिलती है.
दो मुखी रुद्राक्ष में दो मुख होते हैं और इसे आर्थिक और मानसिक स्थिति में सुधार के लिए लोग पहनते हैं.
तीन मुखी रुद्राक्ष तीन मुखों वाली होती है और इसे शारीरिक और आध्यात्मिक उन्नति में मददगार माना जाता है
चार मुखी रुद्राक्ष चार मुखों वाली होती है और इसका धारण धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष के चारों पुरुषार्थों को साधन करने में मदद करता है.
पांच मुखी रुद्राक्ष पांच मुख होते हैं और इसे शिव के पांच मुख (रूप) का प्रतीक माना जाता है.
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