Today's Google Doodle: जानें जूडो कराटे के पितामह Kano Jigaro की दिलचस्प कहानी, गूगल ने बनाया खास डूडल
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Today's Google Doodle: जानें जूडो कराटे के पितामह Kano Jigaro की दिलचस्प कहानी, गूगल ने बनाया खास डूडल

जूडो-कराटे' की स्थापना करने वाले कानो जिगोरो (Kano Jigoro) गूगल (Google) ने डूडल (Doodle) समर्पित किया है.  कानो का जन्म 28 अक्टूबर, 1860 में हुआ था और आज उनकी 161वीं जयंती है.

Today's Google Doodle: जानें जूडो कराटे के पितामह Kano Jigaro की दिलचस्प कहानी, गूगल ने बनाया खास डूडल

नई दिल्ली: 'जूडो-कराटे' की स्थापना करने वाले कानो जिगोरो (Kano Jigoro) गूगल (Google) ने डूडल (Doodle) समर्पित किया है.  कानो का जन्म 28 अक्टूबर, 1860 में हुआ था और आज उनकी 161वीं जयंती है. आज का डूडल लॉस एंजिल्स  के कलाकार सिंथिया युआन चेंग ने बनाया है. जूडो के नाम का अर्थ है "सौम्य तरीका" और इसे खेल न्याय, शिष्टाचार, सुरक्षा और शील जैसे सिद्धांतों पर बनाया गया था.

बता दें कि 1860 में मिकेज के हिस्सा में जन्म कानो 11 साल की उम्र में अपने पिता के सात टोक्यो चले गए, जहां उन्होंने स्कूल में दाखिला लिया. स्कूल में बच्चे उन्हें विलक्षण बच्चे के रूप में जाना जाने लगा और दूसरे छात्र कानो को परेशान करते हैं. अपने आपको काबिल बनाने के लिए उन्होंने जुजुत्सु की मार्शल आर्ट का अध्ययन करना शुरू कर दिया.

कहते है कि कानो बचपन में काफी कमजोर  और कम कद के थे, जिस वजह से स्कूल में दूसरे बच्चे उनका मजाक बनाया करते थे. लेकिन, एक दिन उनके किसी दोस्त ने उन्हें जुजुत्सु खेल की जानकारी देते हुए बताया कि यह छोटे कद वाले लोगों के लिए एक बेहतरीन फिजिकल ट्रेनिंग है, जिसे सिखने के बाद वो अपने से ताकतवर इंसान को असानी से हरा सकते हैं.

इसी के बाद उन्होंने इसी ट्रेनिंग शुरू कर दी. कानो ने जुजुत्सु में से 'जुडो' का अविष्कार किया. इसके बाद उन्होंने दूसरों को जुडो सिखाना शुरू कर दिया.

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