Lassa Fever: सावधान..जानलेवा बुखार ने बढ़ाई चिंता ! कोरोना के बाद नई आफत
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Lassa Fever: सावधान..जानलेवा बुखार ने बढ़ाई चिंता ! कोरोना के बाद नई आफत

Lassa Fever- लासा बुखार पहली बार 1969 में नाइजीरिया के लासा में खोजा गया था। इस दौरान वहां दो नर्सों की मौत हो गई थी। यह रोग सिएरा लियोन, गिनी, लाइबेरिया और नाइजीरिया जैसे पश्चिम अफ्रीकी देशों के लिए आम है और सबसे पहले चूहों द्वारा फैला था।

 

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चंडीगढ़- कोरोना का खतरा अबी टला भी नहीं, ऐसे में एक और जानलेवा बुखार ने लोगों की चिंता बढ़ा दी हैं. इस जानलेवा बुखार का नाम लस्सा बुखार Lassa Fever हैं. नाइजीरिया सहित अफ्रीका के कुछ हिस्सों में हाल ही में लस्सा बुखार का प्रकोप देखा जा रहा है.यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, पश्चिमी अफ्रीका से एक दशक में पहली बार लस्सा बुखार ब्रिटेन में आयात किया गया है.

लस्सा बुखार क्या है?

यह रोग सिएरा लियोन, गिनी, लाइबेरिया और नाइजीरिया जैसे पश्चिम अफ्रीकी देशों के लिए आम है और सबसे पहले चूहों द्वारा फैला था. यह एक रक्तस्रावी बुखार है - एक तीव्र वायरल रक्तस्रावी बीमारी। लस्सा बुखार एक दुर्लभ, लेकिन गंभीर संक्रमण है.लासा बुखार पहली बार 1969 में नाइजीरिया के लासा में खोजा गया था। इस दौरान वहां दो नर्सों की मौत हो गई थी। 

यह कैसे प्रसारित होता है?

यह कथित तौर पर तब फैलता है जब चूहों की लार,मूत्र और मलमूत्र मनुष्यों के संपर्क में आता है. अगर कोई व्यक्ति चूहे के मल-मूत्र के संपर्क में आता है, तो संभव है, वो इसकी चपेट में आ सकता है. इसी तरह उस संक्रमित व्यक्ति से दूसरा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है.संक्रमित चूहों द्वारा दूषित भोजन या किसी अन्य वस्तु के संपर्क में आने से लोग बीमारी को पकड़ सकते हैं.

क्या लक्षण हैं?

कुछ मामलों में, लस्सा बुखार में मलेरिया के समान लक्षण होते हैं.लक्षण आमतौर पर वायरस पकड़ने के 1-3 सप्ताह बाद दिखाई देने लगते हैं.लस्सा में फ्लू जैसे लक्षण होते हैं, जिनमें बुखार, सिरदर्द और गले में खराश शामिल हैं. दस्त और उल्टी भी देखी जाती है.
अधिक गंभीर मामलों में, सांस लेने में समस्या, छाती, पीठ और अन्य मांसपेशी समूहों में दर्द और झटका संभावित लक्षण हैं. गंभीर संक्रमण होने पर चेहरे पर सूजन आ सकती है। कुछ मामलों में मौखिक, नाक और योनि से रक्तस्राव भी देखा गया है.

इसका इलाज क्या है?

लस्सा बुखार के लिए अभी तक कोई प्रभावी उपचार या टीका नहीं है. 2019 में दो टीकों को चरण -1 के परीक्षण के लिए रखा गया था. एक टीका पिछले साल मानव परीक्षणों में चला गया था. 
यह कितना खतरनाक हो सकता है? लस्सा बुखार को महामारी की संभावना के रूप में वर्गीकृत किया गया है. डब्ल्यूएचओ ने इसे अपनी प्राथमिकता रोगज़नक़ श्रेणी में सूचीबद्ध किया है - जिसमें इबोला और डेंगू भी शामिल है. हालांकि, कोविड की तरह फैलने की  "संभावना नहीं है", ब्रिटेन के विशेषज्ञों का ऐसा कहना हैं. 

मृत्यु - संख्या

लगभग एक प्रतिशत पर, लस्सा बुखार की मृत्यु दर कम है, रिपोर्ट से पता चलता है. हालांकि, कुछ मामलों में (जैसे कि उन्नत गर्भावस्था), मृत्यु दर हो सकती है और अधिक हो सकती है, चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है.
संक्रमितों में से कुछ को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है. यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल का कहना है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों में से पंद्रह फीसदी की मौत हो सकती है.

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