Covid Update : आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने बताया कि ओमिक्रॉन ने सबसे पहले कम इम्युनिटी रखने वालों को चपेट में लिया और तेजी से फैला. अब जब म्यूटेंट के लिए लोगों का यह वर्ग खत्म हो चुका है तो कोविड का फैलाव धीमे हो गया है.
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नई दिल्ली: देश में कोविड के 2.58 लाख नए मामले दर्ज किए गए है, जो रविवार की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत कम है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान कोविड से 385 लोगों की मौत हुई है. पिछले कुछ हफ्तों में ओमिक्रॉन (Omicron) के साथ-साथ सामान्य रूप से Covid -19 मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है, लेकिन कुछ शहरों में संक्रमितों की संख्या में गिरावट भी देखी गई है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि देश के कुछ प्रमुख महानगरों में कोविड की तीसरी लहर चरम पर पहुंच चुकी है.
आईआईटी कानपुर (IIT-K) के प्रोफेसर डॉ. मनिंद्र अग्रवाल का मानना है कि आईआईटी के सूत्र मॉडल के अनुसार ओमिक्रोन के कारण कोविड की तीसरी लहर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में अपने चरम पर पहुंच गई है. उन्होंने यह भी कहा कि इस सप्ताह महाराष्ट्र, गुजरात और हरियाणा में कोविड-19 अपने चरम पर होगा.
बता दें की इससे पहले एक इंटरव्यू में कोविड फॉर्मूला मॉडल विकसित करने वाले डॉ अग्रवाल ने भविष्यवाणी की थी कि कोविड -19 की तीसरी लहर जनवरी के अंत तक चरम पर होगी.
डॉ अग्रवाल ने कहा कि भारत में यह वायरस पूर्व के अनुमान से कहीं ज्यादा तेजी से फैल रहा है. उन्होंने ट्वीट्स के जरिये ऐसा होने के दो कारण बताए. एक-आबादी दो तरह की है. इनमें से भी एक ओमिक्रॉन के खिलाफ कम इम्युनिटी वाले और दूसरे ज्यादा इम्युनिटी वाली. ओमिक्रॉन ने सबसे पहले वायरस के खिलाफ कम इम्युनिटी रखने वालों को अपनी चपेट में लिया और तेजी से फैला. अब जब म्यूटेंट के लिए लोगों का यह वर्ग खत्म हो चुका है तो कोविड का फैलाव धीमे हो गया है.
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दूसरा कारण यह है कि जब ओमिक्रॉन का प्रसार शुरू हुआ तो बहुत चिंता थी, लेकिन पिछले एक हफ्ते में लगभग हर जगह यह निष्कर्ष निकाल लिया गया कि यह केवल हल्के संक्रमण का कारण बनता है और लोगों ने टेस्ट करने के बजाय इस मानक उपचार के साथ निपटने का फैसला कर लिया.
डॉ. अग्रवाल ने वर्तमान हालात को देखते हुए महाराष्ट्र में 19 तारीख को कोरोना पीक पर पहुंचने की भविष्यवाणी की गई है. इसके अलावा गुजरात में 19 जनवरी और हरियाणा के 20 जनवरी को पीक पर पहुंचने की भविष्यवाणी की गई है. इसी तरह आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में अगले सप्ताह वर्तमान कोरोना लहर पीक पर पहुंचेगी.
कर्नाटक में यह 23 जनवरी, तमिलनाडु में 25 जनवरी और आंध्र प्रदेश के 30 जनवरी को कोरोना पीक पर होगा. डॉ. अग्रवाल ने असम जैसे कुछ राज्यों में 26 जनवरी को पीक पर पहुंचने की भविष्यवाणी की है.