भारतीय खाद्य निगम हमीरपुर डिपो में ऑनलाइन प्रणाली से शुरू कर दिया गया ताकि रियल टाइम बेसिस पर कार्य हो सके. गेहूं, चावल की सप्लाई से पहले इसकी गुणवत्ता की लैब में जांच भी की जाती है.
Trending Photos
अरविंदर सिंह/हमीरपुर: सरकारी योजनाओं के तहत लोगों को समय पर गेहूं, चावल की सप्लाई उपलब्ध हो सके इसके लिए भारतीय खाद्य निगम के खाद्यान्न भंडारण केंद्र कुठेडा बेहतर काम कर रहा है. भारतीय खाद्य निगम के खाद्यान्न भंडारण केंद्र में पंजाब से बड़ी मात्रा में चावल और गेहूं पहुंच रहा है. सप्लाई से पहले इसकी गुणवत्ता की लैब में जांच भी की जाती है ताकि लोगों तक अच्छी गुणवता वाला अनाज पहुंच सके. भंडारण केंद्र में रखे गए हजारों मीट्रिक टन के हिसाब से अनाज के रख-रखाव के लिए खास व्यवस्था की जाती है, जिससे बरसात के दिनों में अनाज को सुरक्षित रखा जाता है.
कितनी है हमीरपुर गोदाम की क्षमता?
हमीरपुर जिला में गोदाम की क्षमता 2088 मैट्रिक टन की है जो कि लगभग 21,000 क्विंटल की क्षमता तक पहुंच गया है. गोदाम में गेहूं और चावल ए ग्रेड पहुंच रहा है. इस जिले को यहीं से करीब 2065 मीट्रिक टन गेहूं और 1150 मीट्रिक टन चावल प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम की ओर से उठाया जा रहा है.
हमीरपुर डिपो को ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ा गया
भारतीय खाद्य निगम हमीरपुर डिपो को ऑनलाइन प्रणाली से शुरू कर दिया गया ताकि रियल टाइम बेसिस पर कार्य हो सके. भंडारण केंद्र प्रबंधक जगदीश कुमार का कहना है कि अलग-अलग योजनाओं के तहत खाद्यान्न की यहां से आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है ताकि कोई भी नागरिक उनके अधिकार से वंचित ना रहे
ये भी पढ़ें- पंजाब में लंपी वायरस का दूध उत्पादन पर पड़ रहा बुरा असर, जानें ताजा अपडेट
गेहूं और चावल की गुणवत्ता की होती है खास जांच
भंडारण केंद्र प्रबंधक जगदीश कुमार ने बताया कि धर्मकांटा ऑनलाइन होने से जल्द अनाज के भंडारण का काम किया जाता है. पंजाब से आते ही गाडियों को ऑनलाइन धर्मकांटा से तोला जाता है. यहां डिपो से सीधी जो डिमांड होगी उसके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इसके तहत अब यहां बनाए गए धर्म कांटा को भी ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ने का लाभ मिलेगा. वहीं, गुणवत्ता नियंत्रक विनोद कुमार का कहना है कि जो भी खाद्यान्न यहां पहुंच रहा है उसकी हर बोरी से सैंपल लेकर जांच की जा रही है ताकि उसकी गुणवत्ता को जांचने के बाद ही आगे सप्लाई किया जाए.
WATCH LIVE TV