Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पोलैंड जाएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, क्या है वजह?

रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े घमासान के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पोलैंड का दौरा करने वाले हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 21, 2022, 09:42 AM IST
  • पोलैंड का दौरा करने वाले हैं बाइडेन
  • जानिए क्या है पूरा माजरा?
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पोलैंड जाएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, क्या है वजह?

नई दिल्ली: रूस यूक्रेन युद्ध का 26वां दिन है. इस पूरे युद्ध में अब तक फास्फोरस, वैक्यूम बम से लेकर हाइपरसौनिक मिसाइलों तक का इस्तेमाल हो चुका है. रूस के हमलों ने तो यूक्रेन के बड़े बड़े शहरों की तस्वीर को ही बदल कर रख दिया है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड का दौरा करने वाले हैं.

NATO समिट में हिस्सा लेंगे बाइडेन

तीन दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) का यूरोप दौरा है. 24 मार्च को NATO समिट में हिस्सा लेंगे. निमंत्रण के बावजूद उनका यूक्रेन जाने का प्लान नहीं है, लेकिन शुक्रवार को पोलैंड जाएंगे.

व्हाइट हाउस का कहना है कि 'अमेरिकी राष्ट्रपति 25 मार्च को वारसॉ की यात्रा करेंगे, जहां वह पोलैंड के राष्ट्रपति के साथ एक द्विपक्षीय बैठक करेंगे और चर्चा करेंगे कि कैसे अमेरिका, हमारे सहयोगियों और भागीदारों के साथ, मानवीय संकट का जवाब दे रहा है.'

पिछले कुछ दशकों में यूरोप के सबसे बड़े शरणार्थी संकट के बीच वह किसी भी अन्य देश की तुलना में यूक्रेन से पलायन करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा संख्या में शरण दे रहा है. पोलैंड ने 20 लाख से अधिक लोगों को शरण दी है.

बाइडन पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए शुक्रवार को वारसॉ जाएंगे. साकी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति इस बात पर चर्चा करेंगे कि कैसे अमेरिका अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ 'रूस के अनुचित और अकारण युद्ध से पैदा मानवीय और मानवाधिकार संकट का जवाब दे रहा है.'

व्हाइट हाउस के मुताबिक, अपने दौरे से पहले बाइडन सोमवार को यूरोपीय नेताओं के साथ युद्ध पर चर्चा करेंगे. चर्चा में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स, इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के हिस्सा लेने की उम्मीद है.

व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने क्या कहा?

व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा है कि बाइडन की यूक्रेन की यात्रा करने की कोई योजना नहीं है. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस महीने पोलैंड की यात्रा के दौरान देश के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कुछ समय के लिए पड़ोसी देश यूक्रेन गए थे. पोलैंड ने हमेशा नाटो के अपने सहयोगी देशों से यह रक्तपात रोकने के लिए अधिक प्रयास करने की अपील की है. यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण ने बड़े पैमाने पर अमेरिका और नाटो तथा यूरोपीय सहयोगियों के साथ-साथ एशिया और अन्य जगहों के देशों को एकजुट किया है.

अमेरिका और यूरोपीय देशों की सरकारें रूस की सैन्य आक्रामकता को अपनी सुरक्षा और रणनीतिक हितों के लिए खतरे के रूप में देखती हैं. बाइडन और नाटो ने बार-बार कहा है कि अमेरिका और नाटो गैर-नाटो सदस्य यूक्रेन को हथियार और अन्य रक्षात्मक उपकरण के जरिये सहयोग देंगे, लेकिन वे ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचना चाहते हैं, जिससे कीव की तरफ से आक्रामकता बढ़ने से रूस के साथ व्यापक युद्ध का जोखिम बढ़े.

अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने नौ मार्च को यूक्रेन को नाटो हवाईअड्डे के माध्यम से मिग लड़ाकू जेट विमान प्रदान करने के पोलैंड के प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया था कि रूसी आक्रमण के खिलाफ संयुक्त प्रयास अधिक उपयोगी हथियारों पर केंद्रित होने चाहिए.

पेंटागन ने कहा था कि अमेरिका और नाटो के जरिये मिग भेजने से ‘युद्ध के और तेज होने का जोखिम बढ़ेगा.’ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका से अपनी सेना को अधिक विमान और उन्नत वायु-रक्षा प्रणाली प्रदान करने का अनुरोध किया है.

नाटो और अमेरिका ने रूसी वायुसेना के आक्रमण को कमजोर करने के लिए यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को ‘नो फ्लाई जोन’ घोषित करने की जेलेंस्की की अपील को यह कहकर खारिज कर दिया है कि इससे पश्चिमी देशों की सेना का रूस के साथ सीधा टकराव होने की आशंका है.

यूक्रेन को मिल सकता है ये हथियार

पेंटागन सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर ये है कि यूक्रेन को रूस के खिलाफ S-400 मिल सकता है. अमेरिका टर्की में बातचीत जारी है. 

वहीं तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने कहा है कि 'रूस और यूक्रेन ने संघर्ष विराम समझौते के 'महत्वपूर्ण' लेखों पर बातचीत की है, लेकिन कुछ मुद्दों पर अभी भी उनके नेताओं द्वारा निर्णय लेने की आवश्यकता है.'

उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा, 'अगर पार्टियां अपनी मौजूदा स्थिति से पीछे नहीं हटती हैं, तो हम कह सकते हैं कि हम युद्धविराम के लिए आशान्वित हैं.'

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सत्तारूढ़ जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी की बैठक में भाग लेने के दौरान अपनी आशा को दोहराते हुए कावुसोग्लू ने कहा, 'हम देखते हैं कि पार्टियां मूलभूत मुद्दों पर समझौते के करीब हैं.'

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वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि युद्ध नहीं रुका तो तीसरा विश्वयुद्ध होगा. रूसी सेना को जवाब देते रहेंगे. समझौते के लिए तैयार हैं.

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