नई दिल्ली: Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे जंग ने अब एक और नया मुद्या खड़ा कर दिया है. बता दें कि इजरायल ने UNRWA नाम की UN की एक संस्था के कुछ कर्मचारियों पर हमास के लड़ाकों के साथ मिलकर 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले में शामिल होने का आरोप लगाया है. इसको लेकर अमेरिका समेत 6 देशों ने UNRWA की गाजा में फंडिंग बंद करवा दी है. आरोपों के बाद संस्था के इन कर्मचारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया है.
UNRWA पर इजरायल ने लगाए आरोप
बता दें कि UNRWA गाजा, वेस्ट बैंक, लेबनान, जॉर्डन और सीरिया में फीलिस्तीनियों को शिक्षा और स्वास्थय देखभाल जैसी मानवीय सहायता प्रदान करता है. इसकी स्थापना साल 1948 के युद्ध में हुई थी. यह एजेंसी युद्ध के शरणार्थियों की मदद करने के लिए खोली गई थी. अक्टूबर में इजरायल के हमले के बाद से UNRWA ने गाजा में कई लोगों को अपनी मदद पहुंचाई है. वहीं अब इजरायल का दावा है कि संस्था ने हमास के साथ मिलकर 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले का साथ दिया है. इसको लेकर अबतक अमेरिका, नीदरलैंड, फिनलैंड, इटली, जर्मनी, कनाडा, स्वीटजरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने UNRWA को फंड न देने का ऐलान किया है.
फंडिंग रोकने पर भड़का UNRWA
फंडिंग रोकने को लेकर UNRWA के आयुक्त जनरल फिलिप लाजारिनी का कहना है कि इस फैसले से पूरे क्षेत्र में खासतौर पर गाजा में उनके ह्युम्यानिटेरियन एड को खतरा है. उन्होंने कहा, ' संस्था के कुछ कर्मचारियों के एक छोटे हिस्से पर लगे इन आरोपों के खिलाफ प्रतिक्रिया में UNRWA की फंडिंग बंद करवाना बेहद चौंकाने वाला मामला है, जबकि हमने उन कर्मचारियों के साथ अपने कॉट्रैक्ट को खत्म कर उनके खिलाफ जांच शुरू कर कार्रवाई शुरू कर दी है. मामले को लेकर फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल की आलोचना की है. वहीं हमास ने भी इजरायल के UNRWA को लेकर लिए गए इस फैसले की निंदा की है. हमास ने UN समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों से आग्रह किया है कि वे ब्लैकमेल करने वाले किसी भी देश के आगे न झुकें.
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