नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच प्रस्तावित एशेज सीरीज में कई रोड़े अटक रहे हैं. लगातार दोनों देशों के वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी आपस में जुबानी जंग कर रहे हैं.
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर माइकल हसी ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा है कि इंग्लैंड ने पिछले एक साल से ज्यादा समय में बायो बबल में काफी समय बिताया है और कई टेस्ट मैच खेले हैं.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी इंग्लैंड के क्रिकेटरों से सहानुभूति जताते हुए कहा था कि उनके देश के क्रिकेटरों को बिना वजह आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
लंबे समय से बायो बबल में हैं अंग्रेज खिलाड़ी
हसी ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई होने के नाते यह सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन मुझे इंग्लैंड के खिलाड़ियों के साथ थोड़ी सहानुभूति है क्योंकि इन्होंने पिछले 12-18 महीनों में काफी बबल का सामना किया है. खिलाड़ियों के लिए यह आसान नहीं होता क्योंकि इससे उनकी स्वतंत्रा छिन जाती है.
परिवार से दूर हैं इंग्लैंड के खिलाड़ी
इंग्लैंड के कई खिलाड़ी लंबे समय तक अपने परिवार से दूर रहेंगे क्योंकि कई खिलाड़ी आईपीएल में खेले रहे हैं और फिर इन्हें टी20 विश्व कप में भी खेलना है. इसके बाद एशेज दौरा भी होना है.
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट संघ (एसीए) के मुख्य कार्यकारी टोड ग्रीनबर्ग ने बुधवार को कहा कि इंग्लैंड के खिलाड़ी कोविड-19 संबंधित प्रोटोकॉल को लेकर आश्वस्त होना चाहते थे. आश्वासन मिलने के बाद कप्तान जो रूट ने खुद दिसंबर में एशेज के लिए प्रतिबद्दता दिखाई है.
ग्रीनबर्ग ने बुधवार को कहा कि खिलाड़ियों को हमसे आश्वासन चाहिए था. पिछले तीन महीने में जो हुआ है वो शायद अगले तीन महीने में न हो.
सख्त बायो बबल से नाराज हैं खिलाड़ी
उन्होंने कहा कि हमने खिलाड़ियों से बात की है, हमने वैक्सीनेशन दर के बारे में भी बात की और सरकार की क्या योजना है उसके बारे में भी बात की है. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों ने सही मुद्दा उठाया था और उन्होंने कफी पेशेवर तरीके से सभी चिजों को संभाला है और उन्हें इस बात के लिए श्रेय देना चाहिए.
ग्रीनबर्ग ने कहा कि इंग्लैंड की टीम यहां शानदार प्रदर्शन करेगी क्योंकि यहां कि परिस्थितियां उनके अनुकूल है और इस गर्मी में उनके लिए शानदार एशेज रहने वाला है.
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