नई दिल्लीः साल 2023 में एशिया कप का 16वां एडिशन खेला जाना है. इसकी मेजबानी का जिम्मा पाकिस्तान को सौंपा गया है, लेकिन इस पूरे मामले पर BCCI के अध्यक्ष जय शाह का कहना है कि भारत किसी भी कीमत पर एशिया कप का हिस्सा बनने पाकिस्तान नहीं जाएगा. भारत एशिया कप का हिस्सा तभी बनेगा जब इस टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान से बाहर होगा. साथ ही भारत एशिया कप को श्रीलंका या संयुक्त अरब अमीरात में कराने की कई बार मांग कर चुका है.
जिद्द पर अड़ा PCB
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी अपनी जिद पर अड़ा हुआ है. PCB किसी भी कीमत नहीं चाहता कि उसके हाथों से एशिया कप की मेजबानी छीनी जाए. PCB की तरफ से भी लगातार बयान आते रहे हैं कि अगर भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो मत आए. बदले में पाकिस्तान भी वनडे वर्ल्ड कप के लिए भारत नहीं जाएगा.
ACC और प्रसारक पर पड़ेगा बड़ा असर
ऐसे में अगर एशिया कप को लेकर दोनों देशों के बीच खड़ा हुआ विवाद खत्म नहीं होता है तो इसका बड़ा असर एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) और ब्रॉडकास्टर के बीच हुए समझौते पर पड़ेगा. भारत अगर एशिया कप का हिस्सा नहीं बनता है तो टूर्नामेंट की चमक फीकी पड़ जाएगी, जिसका सीधा मतलब हुआ कि ब्रॉडकास्टर को बड़ा खामियाजा भुगतना पडे़गा.
सूत्रों की माने तो एसीसी और ब्रॉडकास्टर के बीच पहले से ही ये करार हुआ है कि एशिया कप टूर्नामेंट के दौरान ऐसा शेड्यूल बनाया जाए, जिसमें भारत और पाकिस्तान का कम से कम दो या तीन बार आमना-सामना जरूर हो.
'गड़बड़ हो सकता है ब्रॉडकास्टर अनुबंध'
सूत्र ने कहा, ‘पाकिस्तान और भारत के मैचों के बिना एशिया कप कराना संभव ही नहीं है. समझौता इसी पर आधारित है. ब्रॉडकास्टर को गारंटी दी गयी थी कि चिर प्रतिद्वंद्वी टीमें फाइनल से पहले कम से कम दो बार एक-दूसरे से जरूर भिड़ेंगी. जैसा कि संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित हुए 2022 के एशिया कप के दौरान देखने को मिला था. ऐसे में अगर दोनों देशों के बीच मुकाबला नहीं होता है तो यह समझौता फेल हो जाएगा.’
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