साल 2020 की शुरुआत ही सूर्यग्रहण से हुई थी, इसलिए ये साल इतना बुरा बीत रहा है

कोरोना महामारी, पूरी दुनिया में तनाव, दंगे, आर्थिक मंदी, भुखमरी जैसी वजहों से साल 2020 को बेहद बुरा बीत रहा है. लेकिन इस वर्ष के घातक रहने के आसमानी संकेत पहले से ही मिलने लगे थे. क्योंकि तामसिक शक्तियों को बढ़ाने वाले ग्रहण काल की इस साल में भरमार है. दुनिया के महान ज्योतिषी ने भी 2020 में विनाश का संकेत पहले से दे दिया था. 

Written by - Anshuman Anand | Last Updated : Jun 21, 2020, 08:00 AM IST
    • साल 2020 साबित हो रहा है विनाश का साल
    • विश्वयुद्ध की आशंका से सहम गई है दुनिया
    • प्राकृतिक आपदाएं आने का भी डर
    • ग्रहण से मिल रहे हैं आपदाओं के संकेत
    • इस साल 6 ग्रहण का योग है
साल 2020 की शुरुआत ही सूर्यग्रहण से हुई थी, इसलिए ये साल इतना बुरा बीत रहा है

नई दिल्ली: साल 2020 में मानवता जिस कष्ट से गुजर रही है, वैसा समय ईश्वर कभी न दिखाए तो अच्छा. लेकिन यह अनायास नहीं है. इस बात के संकेत पहले से मिल रहे थे. साल 2020 की शुरुआत से ही आसमानी संकेत बता रहे थे कि वर्ष अच्छा नहीं बीतेगा और ये आशंका सही भी साबित हो रही है. कोरोना संकट(CoronaVirus) तो शायद बीतने वाला है लेकिन मानव सभ्यता(Human Civilization) को और दुर्दिन देखना अभी बाकी है- 

पूरी तरह ग्रहण की चपेट में है साल 2020   
हालांकि सूर्य या चंद्रमा को ग्रहण(Solar and Lunar Eclipse) लगना एक अंतरिक्षीय प्रक्रिया है. लेकिन ज्योतिष और कर्मकांड में ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता. इस दौरान आसुरी या 
तामसिक शक्तियों की प्रबलता मानी जाती है और दैवीय शक्तियां कमजोर हो जाती हैं. ये स्थिति मानवता के लिए घातक साबित होती है. 

साल 2020 के दौरान ग्रहण की भरमार है. इसलिए इस वर्ष भारी तबाही के संकेत पहले से मिलने लगे थे. आकाशीय स्थिति बताती है कि भुखमरी, बीमारी, आर्थिक संकट, महामारी, विश्व-युद्ध, प्राकृतिक आपदाएं इस पूरे साल प्रभावी रहेंगी. जिनकी वजह से इंसानी आबादी को भारी कष्ट उठाना पड़ेगा. 

साल 2020 की शुरुआत ही सूर्य ग्रहण से हुई थी
साल 2020 की शुरुआत से ठीक पहले 26 दिसंबर 2019 को पूर्ण सूर्यग्रहण लगा था. यह ग्रहण वलयाकार था. जो कि सुबह 08:17 से 10:57 बजे तक 
चलता रहा. इस दौरान चूंकि पूरी रह दिन का प्रकाश फैल चुका था. इसलिए ये ग्रहण पूरी तरह दृश्यमान हुआ. 2 घंटे 40 मिनट तक चलने वाले इस ग्रहण का बुरा प्रभाव पूरी तरह दुनिया को प्रभावित करता हुआ दिख रहा है. 

उस समय तो सभी ने इसे सामान्य सामान्य तौर पर लिया. लेकिन इसके तुरंत बाद दिल्ली में दंगे(Delhi Riots) होने लगे और फरवरी-मार्च का महीना आते आते कोरोना वायरस चीन(China Virus) से निकलकर पूरी दुनिया में फैल गया. तब जाकर इस पूर्ण सूर्यग्रहण का खतरनाक प्रभाव समझ में आया.  

ज्योतिषाचार्यों ने इस सूर्यग्रहण को बेहद बुरा बताया था. क्योंकि इस दौरान पांच ग्रहों सूर्य, चंद्र, गुरु, शनि व केतु की युति बनी हुई थी. सूर्य, चंद्रमा का ग्रहण दोष, चंद्र, शनि का विष योग, सूर्य, चंद्र, शनि, केतु का पितृदोष था. जिसका असर पूरी दुनिया पर देखा जा रहा है.

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साल 2020 के मध्य में 30 दिनों के अंदर तीन ग्रहण 
वैसे तो ग्रहण अपने आप में विनाशकारी माना जाता है. लेकिन जब 30 दिन के समय के अंदर दो से ज्यादा ग्रहण पड़ रहे हों तो उसकी विध्वंसक क्षमता 
तीन गुना ज्यादा बढ़ जाती है. 

 मेदिनी ज्योतिष के मुताबिक जब भी किसी एक महीने में दो से अधिक ग्रहण पड़े और पाप ग्रहों का भी उस पर प्रभाव रहे तो वह समय पूरी मानव सभ्यता के लिए बेहद बुरा साबित होता है. 

इस वर्ष 2020(year 2020) में आषाढ़ के महीने यानी 6 जून से 5 जुलाई के बीच तीन ग्रहण लगने जा रहे हैं.  इनमें से दो ग्रहण भारत में दृश्यमान होंगे.  5 जून को चंद्र ग्रहण, 21 जून को सूर्य ग्रहण फिर 5 जुलाई को चंद्रग्रहण. 

इस तीन ग्रहण काल का असर देश-दुनिया के लिए अच्छा नहीं माना जा रहा है. इस दौरान मानव जाति के विरुद्ध घृणित अपराधों में वृद्धि होगी. मजहबी कट्टरपंथ में बढ़ोत्तरी होगी. लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाएंगे. आवश्यक वस्तुएं महंगी होने के कारण आम लोगों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी. 

रोजगार के अवसर कम होने से भुखमरी की स्थिति पैदा होगी. राष्ट्राध्यक्षों की मति भ्रष्ट होने से दुनिया के युद्ध में उलझने का खतरा बढ़ जाएगा. इन सभी घटनाओं के संकेत अभी से दिखने लगे हैं.

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ये है ज्योतिषियों की गणना

जून जुलाई में पड़ने वाले इन ग्रहणों के दौरान मिथुन और धनु राशि के अक्ष का पीड़ित होना अमेरिका और पश्चिम के देशों के लिए बहुत ज्यादा अशुभ साबित होगा. 

21 जून का सूर्य ग्रहण मिथुन राशि में है. इस समय मंगल जलीय राशि मीन में स्थित होकर सूर्य, बुध, चंद्रमा और राहु को देखेंगे जिससे बेहद अशुभ स्थिति तैयार होगी. इसके अलावा ग्रहण के समय 6 ग्रह शनि, गुरु, शुक्र और बुध वक्र होंगे और राहु केतु हमेशा वक्री मार्ग पर ही भ्रमण करते हैं. इन छह ग्रहों के वक्री होने से पूरी दुनिया में भारी उथल-पुथल की स्थिति रहेगी. 

ग्रहण काल में बड़े ग्रहों के वक्री होने से अत्यधिक वर्षा, समुद्री चक्रवात(Cyclone), तूफान, महामारी आदि से मानवीय जीवन और धन संपत्ति की भारी हानि होने की आशंका है. इसके प्रभाव के रुप में  महामारी और भुखमरी से भी दुनिया की बडी़ आबादी के प्रभावित होने की आशंका है.  

साल 2020 में मंगल ग्रह मीन राशि के जल तत्व को मथ देगा. ये स्थिति 5 महीने तक बनी रहेगी. जिसकी वजह से आसामान्य रूप से अत्यधिक वर्षा और महामारी की आशंका से मानव जाति पीड़ित रहेगी. 

शनि, मंगल और गुरु जैसे बड़े ग्रहों के प्रभाव से दुनिया आर्थिक मंदी के दुष्चक्र में फंस जाएगी. जिसकी वजह से आम जनता पर भुखमरी का बेहद बुरा असर देखा जाएगा. 

पूरे साल में लग रहे हैं 6 ग्रहण 
साल 2020 में ग्रहण की भरमार है. इस साल 6 ग्रहण लगेंगे. पूरे साल का हिस्सा ग्रहण की चपेट में रहेगा. खास बात ये है कि ये ग्रहण दुनिया के हर 
हिस्से को प्रभावित करते हुए दिख रहे हैं. जिसकी वजह से पूरे विश्व में मानव जाति को दुस्सह कष्ट उठाने पड़ेंगे-

- 10 जनवरी 2020 को चंद्र ग्रहण
 रात 10 बजकर 37 मिनट से 11 जनवरी को 2 बजकर 42 मिनट तक ग्रहण लगा. यह  भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया में दिखाई दिया.  

 - 5 जून 2020 को चंद्र ग्रहण
रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से  6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक चंद्रग्रहण रहेगा. जो कि  भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया में प्रभावी 
होगा. 

- 21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण
सुबह 9 बजकर 15 मिनट से  दोपहर 15 बजकर 03 मिनट तक सूर्य ग्रहण का असर रहेगा. यह भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया पर अपना असर 
दिखाएगा. 

- 5 जुलाई 2020 चंद्र ग्रहण
सुबह 08 बजकर 37 मिनट से 11 बजकर 22 मिनट तक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. ये अमेरिका, दक्षिण पूर्व यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा. 

- 30 नवंबर 2020 चंद्र ग्रहण
ये ग्रहण दोपहर को 13 बजकर 02 मिनट से शुरू होगा और शाम 17 बजकर 23 मिनट तक चलेगा. ये भारत, अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया और 
आस्ट्रेलिया में दिखेगा. 

- 14 दिसंबर 2020 सूर्यग्रहण
शाम को 19 बजकर 03 मिनट से 15 दिसंबर को 12 बजे तक सूर्यग्रहण रहेगा. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगागा, इसको प्रशांत महासागर से देखा जा 
सकता है. यानी इसका असर समुद्री आपदाओं के रुप में दिखाई देगा. 

नास्त्रेदमस ने भी किया है सावधान
दुनिया के महानतम ज्योतिषी मिशेल द नास्त्रेदमस(Nostradamus) ने भी आज से 500 साल पहले साल 2020 के विनाशकारी होने की चेतावनी दे दी थी. उनकी चेतावनियों 
के मुताबिक साल 2020 के दौरान कुछ इस तरह की घटनाएं होने की आशंका है-

- साल 2020 में कई देशों में आपस में टकराव बढ़ जाएंगे और दुनिया के सामने  सदी का सबसे बड़ा आर्थिक संकट आ सकता है. 

-2020 में दुनिया के बड़े देशों में गृह युद्ध(Civil War) जैसे हालात हो जाएंगे और लोग सड़कों पर उतर आएंगे. दंगे होने लगेंगे. 

- 2020 में रूस(Russia) में किसी बड़े नेता की हत्या की कोशिश की जा सकती है. जिससे भारी उथलपुथल मचेगी. जबकि अमेरिकी(America) के राष्ट्राध्यक्ष को निजी तौर पर बड़ा नुकसान होने की आशंका है.

   

- नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में साल 2020 के दौरान तीसरे विश्व युद्ध की आशंका भी जताई गई है. जिसकी पृष्ठभूमि तैयार होती हुई दिख रही है. 

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