नई दिल्ली. अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय अक्सर मंदिर निर्माण से जुड़े अपडेट अपनी ट्विटर वॉल पर साझा करते हैं. अब मूर्तिकारों इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि राम लला की मूर्ति की उम्र क्या होगी. यानी इस मूर्ति में भगवान राम के बचपन की किस उम्र को केंद्र में रखा जाएगा. साथ ही इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि यह मूर्ति किस पत्थर से बनाई जाएगी?
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चंपत राय ने कहा है कि संत समाज से मिले सुझाव के मुताबिक रामलला की मूर्ति पांच से छह साल के बच्चे जैसी दिखनी चाहिए. दरअसल मंदिर में मुख्य मूर्ति भगवान राम के बाल स्वरूप पर केंद्रित होगी.
अस्थायी मंदिर में आखिरी राम नवमी!
माना जा रहा है कि इस साल भगवान राम के अस्थायी मंदिर में आखिरी राम नवमी होगी. क्योंकि अगले साल की शुरुआत तक मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो सकता है और अगली राम नवमी स्थायी मंदिर में ही होगी. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि अगले वर्ष नए मंदिर के गर्भगृह में नवरात्र उत्सव होगा.
सूर्यकुंड का सौंदर्यीकरण
2024 अयोध्या में राममंदिर के उद्घाटन से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार त्रेतायुगीन वैभवशाली रामनगरी को अलौकिक रूप देने के प्रयास में राज्य सरकार जुटी है. राम की पैड़ी के बाद योगी सरकार रामनगरी से 4 किलोमीटर दूर दर्शन नगर में स्थित सूर्यकुंड का भी सौंदर्यीकरण कर रही है, जिसका काम तकरीबन पूर्ण हो चुका है और मार्च तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा. अयोध्या के आसपास जो पौराणिक स्थल हैं उनको विकसित किया जा रहा है. उसी में सबसे पहले सूर्यकुंड को विकसित किया जा रहा है और यह कार्य मार्च में पूरा कर लिया जाएगा.
क्या है योगी सरकार का प्लान
योगी सरकार की मंशा है कि अयोध्या में पर्यटकों को कम से कम अयोध्या में 3 दिन रोका जाए ,ताकि वो 3 दिन तक भ्रमण कर सके और खरीदारी भी कर सके. अयोध्या के प्राचीन मठ, मंदिर और कुंडों को भी देख सके. साथ ही उनके बारे में जान सकें. इससे व्यापार बढ़ेगा.