बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, कांग्रेस ने PM Modi से पूछे 3 सवाल

दिल्ली पुलिस ने कहा है कि बृज भूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले. वहीं कांग्रेस ने ये सवाल पूछा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलवानों से पदक न बहाने की अपील क्यों नहीं की?

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 31, 2023, 04:18 PM IST
  • क्यों नहीं हुई अब तक बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी?
  • कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछे ये सवाल
बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, कांग्रेस ने PM Modi से पूछे 3 सवाल

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसे भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों को साबित करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उसे पर्याप्त सबूत नहीं मिले. एक वरिष्ठ अधिकरी ने कहा कि पुलिस 15 दिनों के अंदर अदालत में एक रिपोर्ट दाखिल करेगी.

अब तक क्यों नहीं हुई बृज भूषण की गिरफ्तारी
अधिकारी ने कहा, 'जांच के दौरान डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को अब तक पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं. उनके (पहलवानों) दावों को साबित करने के लिए इसके समर्थन में कोई सबूत नहीं मिला है. 15 दिन के भीतर अदालत में एक रिपोर्ट दाखिल की जाएगी जो आरोप पत्र या अंतिम रिपोर्ट के रूप में हो सकती है.'

रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन संसद की ओर मार्च करने की कोशिश के बाद सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने रविवार के प्रदर्शन स्थल से हटा दिया था. उन्हें हिरासत में ले लिया गया लेकिन बाद में छोड़ दिया गया. 

कांग्रेस ने पूछा- पीएम ने पहलवानों से क्यों नहीं की ये अपील?
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों द्वारा अपने पदक गंगा में प्रवाहित करने की घोषणा को लेकर बुधवार को कहा कि देश को इस बात का दुख है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन पहलवानों से यह कदम नहीं उठाने की अपील कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. पार्टी सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता की ओर से इस तरह की अपील नहीं किया जाना अहंकार है.

हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, 'अपने प्राण समान पदक को लेकर हमारी बेटियां और खिलाड़ी कल हरिद्वार पहुंचे थे. सोचिए उनके मन में कितना दुख और टीस रही होगी. इस असंवेदनशील, निर्दयी और जुल्मी सरकार ने देश की बेटियों को ऐसा सोचने पर मजबूर किया.' कांग्रेस नेता ने दावा किया, 'इनका नारा था कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ.’ अब नारा ‘बेटी भाजपा के नेताओं से बचाओ’ हो गया है.'

क्या देश में भाजपा के नेताओं के लिए अलग कानून है?
उन्होंने सवाल किया, 'भाजपा समान नागरिक संहिता की बात करती है. क्या देश में भाजपा के नेताओं के लिए अलग कानून है? क्या कारण है कि भाजपा सांसद के खिलाफ इतने गंभीर आरोप लगे हैं, फिर भी पूरी सरकार और भाजपा उसे बचाने में लगी है?' हुड्डा ने कहा, 'आरोपी सांसद का कहना है कि पदक 15 रुपये में मिल जाते हैं. अगर ऐसा है तो देश और कांग्रेस पार्टी पैसे दे देगी, वह (बृजभूषण शरण सिंह) ओलंपिक पदक खरीदकर दिखाएं.'

उन्होंने कहा, 'देश के दिल में बहुत दर्द है कि प्रधानमंत्री ने यह अपील करना उचित नहीं समझा कि निष्पक्ष जांच होगी और न्याय मिलेगा, इसलिए आप लोग पदक गंगा में मत बहाइए, आप देश की बेटी हो. मगर इतने भी शब्द प्रधानमंत्री, खेल मंत्री या भाजपा के किसी नेता की तरफ से नहीं आए. यह अहंकार है.'

मुक्केबाज विजेंद्र ने कहा कि अगर आज कांग्रेस की सरकार होती तो आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होती और फिर महिला पहलवानों को बुलाकर उनसे बात की जाती, लेकिन इस सरकार में ऐसा नहीं हो रहा. कल नाटकीय घटनाक्रम के तहत साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवान मंगलवार को गंगा नदी में अपने ओलंपिक और विश्व पदक विसर्जित करने सैकड़ों समर्थकों के साथ हरिद्वार पहुंचे लेकिन खाप और किसान नेताओं के समझाने बुझाने पर उन्होंने अपना फैसला टाल दिया. हालांकि अपनी मांगे मानने के लिये पांच दिन का समय दिया है.
(इनपुट- भाषा)

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