मुंबई: मुकेश खन्ना को महाभारत के भीष्म पितामह और शक्तिमान के रूप में कौन नहीं जानता है. मुकेश खन्ना के ये दो किरदार एक-दूसरे से बिलकुल अलग थे लेकिन लोगों ने दोनों ही रूप में उन्हें स्वीकार किया.
अर्जुन का रोल करना चाहते थे मुकेश
लेकिन क्या आपको बता है मुकेश खन्ना को महाभारत का ऐतिहासिक रोल ऐसे ही नहीं मिला था. मुकेश खन्ना को नहीं पता था कि वह आगे चलकर भीष्म पितामह के तौर पर जाने जाएंगे. ऑडिशन से पहले मुकेश खन्ना का पसंदीदा किेरदार अर्जुन था. दरअसल गूफी पेनटल ने महाभारत में शकुनी का रोल निभाया था लेकिन वह महाभारत के कास्टिंग डायरेक्टर्स में से एक थे. और मुकेश खन्ना के साथ एक एड में पहले काम कर चुके थे. जब महाभारत के कास्ट को फाइनल किया जा रहा था तब गूफी पेनटल ने मुकेश खन्ना को ऑडिशन के लिए बुलाया गया.
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दुर्योधन का रोल किया गया था पहले ऑफर
मुकेश खन्ना ने ऑडिशन से पहले ही पूछा कि किस किरदार के लिए उनका चुनाव किया जाएगा. जिसपर उन्हें अर्जुन, कर्ण, कृष्ण और भीष्म पितामह के रोल के बारे में बताया गया. मुकेश ने ऑडिशन भी दिया लेकिन उसके बाद अर्जुन, कर्ण, कृष्ण और भीष्म पितामह के लिए किसी और एक्टर को फाइनल कर लिया गया. जिसके बाद मुकेश खन्ना को दुर्योधन का किरदार ऑफर किया गया पर इसके लिए मुकेश खन्ना ने यह कहकर साफ मना कर दिया कि वह नेगेटिव रोल नहीं निभा सकते.
द्रोणाचार्य के बाद मिला भीष्म का रोल
दुर्योधन के किरदार के लिए मना करने के बाद मुकेश खन्ना को फिर एक बार से द्रोणाचार्य के किरदार के लिए फोन गया जिसके लिए उन्होंने हामी भी भर दी. लेकिन डेस्टिनी को कुछ ओर ही मंजूर था और शूटिंग से ठीक पहले भीष्म पितामह का रोल कर रहे एक्टर के साथ महाभारत की टीम की बात नहीं बनी और मुकेश खन्ना को यह रोल मिला जो ऐतिहासिक बन गया.