IMA ने किया मेडिकल स्टुडेंट्स के आयुष प्रशिक्षण का विरोध

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मेडिकल प्रशिक्षुओं की आयुष औषधि में एक सप्ताह की कम्पलसरी ट्रेनिंग का विरोध किया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 16, 2021, 09:19 AM IST
  • आईएमए ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) को लिखा पत्र
  • नेशनल चिकित्सा आयोग इंटर्नशिप पर मसौदा नियमन लाया है
IMA ने किया मेडिकल स्टुडेंट्स के आयुष प्रशिक्षण का विरोध

नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मेडिकल प्रशिक्षुओं की आयुष औषधि में एक हफ्ते की वैकल्पिक तैनाती का प्रावधान कम्प्लसरी रोटेटिंग इंटर्नशिप के लिए मसौदे नियमन से हटाने की मांग करते हुए इसे अनावश्यक और मिक्सोपैथी शुरू करने की कोशिश करार दिया.

आईएमए ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) को लिखे एक पत्र में कहा, आधुनिक चिकित्सा में प्रशिक्षित एक इंटर्न के लिए यह समझदारी नहीं है कि वह दवा की एक प्रणाली का हिस्सा हो और उसका अभ्यास करे, जिसे उसने स्नातक स्तर की पढ़ाई के साथ नहीं सीखा है.

आईएमए ने गुरुवार को अपने पत्र में उल्लेख किया कि सीधे इंटर्नशिप में ऐसा करना जनता और सिस्टम के लिए खतरनाक है. यह उल्लेख करते हुए कि आयुष और इसके घटक काफी बड़े विषय हैं, आईएमए ने कहा, एक सप्ताह तक वहां काम करने से इंटर्न कोई नया कौशल नहीं सीखेगा और कोई स्पष्टता नहीं है कि उनका संरक्षक कौन होगा और क्या उनका मूल्यांकन एनएमसी संकाय मानदंडों द्वारा किया जाएगा या नहीं यह भी स्पष्ट नहीं है.

दरअसल, नेशनल चिकित्सा आयोग इंटर्नशिप पर एक मसौदा नियमन लेकर आया है, जिसमें कहा गया है कि औषधि या आयुष की किसी भी भारतीय प्रणालियों में एक हफ्ते का प्रशिक्षण चक्रीय कार्यक्रम का हिस्सा होना चाहिए.

इस फैसले से होगा मिक्सोपैथ का मार्ग प्रशस्त  
इस पर अपना विरोध जताते हुए एनएमसी को लिखे पत्र में आईएमए ने आगाह किया कि औषधि की एक अन्य प्रणाली में एक हफ्ते के प्रशिक्षण से केवल ऐसे मिक्सोपैथ का मार्ग प्रशस्त होगा, जो अच्छी तरह से सुनियोजित नहीं है और यह देश के लिए विनाशकारी है.

चिकित्सा संघ ने इस प्रावधान को हटाने की मांग की है और साथ ही कहा है कि इसके स्थान पर जैव नीतिशास्त्र के साथ फैमिली मेडिसिन में एक या दो हफ्ते की तैनाती दी जा सकती है.

आईएमए ने कहा, आईएमए एक हफ्ते की वैकल्पिक तैनाती को शामिल किए जाने का पूरी तरह विरोध करता है, जो स्थापित नियमों के विरुद्ध है, अनावश्यक है और मिक्सोपैथी शुरू करने की कोशिश है. आईएमए इस पेशे की शुद्धता के लिए प्रयास करता रहेगा.

वैकल्पिक पोस्टिंग का पूरी तरह कर रहा है विरोध
आईएमए एक सप्ताह की विशेष वैकल्पिक पोस्टिंग को शामिल करने का पूरी तरह से विरोध करता है जो स्थापित मानदंडों के विपरीत है, अनावश्यक और मिक्सोपैथी शुरू करने का प्रयास है.

आईएमए ने कहा कि वह धारा 4.3 (17) को हटाने की अपील करता है, जिसमें कहा गया है कि मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध आयुष दवा में से किसी एक में एक सप्ताह की विशेष वैकल्पिक पोस्टिंग अनिवार्य वैकल्पिक पोस्टिंग के रूप में दी जानी चाहिए.

आईएमए ने एनएमसी को धारा 4.3 (17) को हटाने और अन्य टिप्पणियों के लिए आवश्यक सुधार करने के लिए दृढ़ अनुरोध के साथ सात सूत्री अवलोकन प्रस्तुत किए.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़