UPI ट्रांजैक्शन में झंडे गाड़ रहा देश, 3 साल में हर दिन होंगे 1 अरब लेन-देन

वित्त वर्ष 2022-23 के 103 अरब लेनदेन से 2026-27 में इसके 411 अरब लेनदेन पर पहुंचने की उम्मीद है. रिपोर्ट के अनुसार, 'अनुमान लगाया गया है कि यूपीआई के माध्यम से वित्त वर्ष 2026-27 तक हर दिन एक अरब लेनदेन होंगे.'

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 28, 2023, 04:34 PM IST
  • देश में बेहद तेजी से बढ़ रहा यूपीआई ट्रांजैक्शन.
  • 2026-27 तक हर दिन होंगे एक अरब ट्रांजैक्शन.
UPI ट्रांजैक्शन में झंडे गाड़ रहा देश, 3 साल में हर दिन होंगे 1 अरब लेन-देन

नई दिल्ली. देश में यूनीफाइड पमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई से लेनदेन काफी तेजी से बढ़ रहा है. पीडब्ल्यूसी इंडिया की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2026-27 तक प्रतिदिन एक अरब यूपीआई लेनदेन होंगे और कुल डिजिटल भुगतान में इसका हिस्सा बढ़कर 90 प्रतिशत हो जाएगा.

खुदरा खंड के लेनदेन में हिस्सेदारी 75 प्रतिशत
पीडब्ल्यूसी की ‘द इंडियन पेमेंट्स हैंडबुक- 2022-27’ रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल भुगतान में क्रांति लाने वाले यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) की वित्त वर्ष 2022-23 में खुदरा खंड के लेनदेन में हिस्सेदारी 75 प्रतिशत रही. 

कुल लेनदेन का 90 प्रतिशत यूपीआई से होगा
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले पांच साल में खुदरा डिजिटल भुगतान में कुल लेनदेन राशि का 90 प्रतिशत यूपीआई करेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि मात्रा के लिहाज से भारतीय डिजिटल भुगतान बाजार सालाना 50 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है.

हर दिन एक अरब होंगे लेन-देन
वित्त वर्ष 2022-23 के 103 अरब लेनदेन से 2026-27 में इसके 411 अरब लेनदेन पर पहुंचने की उम्मीद है. रिपोर्ट के अनुसार, 'अनुमान लगाया गया है कि यूपीआई के माध्यम से वित्त वर्ष 2026-27 तक हर दिन एक अरब लेनदेन होंगे.'

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