'ये तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है'

बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में फैसला आने के बाद लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई लोगों की प्रतिक्रिया आई है. लेकिन सबसे बड़ी बात आचार्य धर्मेंद्र ने कही है कि "ये तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है"

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 30, 2020, 02:02 PM IST
  • जानिए फैसले के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने क्या बोला?
  • किसने कहा? 'ये तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है'
  • बरी होने के बार मुरली मनोहर जोशी की पहली प्रतिक्रिया
  • राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई
'ये तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है'

लखनऊ: 1992 बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में CBI की स्पेशल कोर्ट ने फैसला सुना दिया है. अदालत ने ये साफ कर दिया है कि ये पूर्व नियोजित साजिश नहीं थी. इस मामले में सभी 32 आरोपियों बरी कर दिया गया है. इसपर लगातार लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है. केस में आरोपी रहे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई लोगों ने इस फैसले को जीत बताया है.

फैसले के बाद आडवाणी की पहली प्रतिक्रिया

विशेष सीबीआई कोर्ट, लखनऊ द्वारा बरी होने के बाद लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा कि "मैं Babri Masjid Demolition Case में विशेष न्यायालय द्वारा निर्णय का तहे दिल से स्वागत करता हूं. इस फैसले से राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रति मेरे व्यक्तिगत और भाजपा के विश्वास और प्रतिबद्धता का पता चलता है."

मुरली मनोहर जोशी ने कही ये बड़ी बात

वहीं इस मामले में आरोपी रहे भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि "यह अदालत का ऐतिहासिक फैसला है. इससे साबित होता है कि अयोध्या में 6 दिसंबर की घटना के लिए कोई साजिश नहीं रची गई थी. हमारा कार्यक्रम और रैलियां किसी साजिश का हिस्सा नहीं थीं. हम खुश हैं, हर किसी को अब राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्साहित होना चाहिए."

'ये तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है' 

CBI की विशेष अदालत से बाबरी विध्वंस मामले में बरी हुए आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि 'ये तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है.' बता दें, इस मामले में कुल 49 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से 17 लोगों का निधन हो चुका है, शेष 32 लोगों को आज अदालत ने बरी कर दिया है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई

देश के रक्षा मंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि "लखनऊ की विशेष अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री कल्याण सिंह, डा. मुरली मनोहर जोशी, उमाजी समेत ३२ लोगों के किसी भी षड्यंत्र में शामिल न होने के निर्णय का मैं स्वागत करता हूँ। इस निर्णय से यह साबित हुआ है कि देर से ही सही मगर न्याय की जीत हुई है."

वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि "सत्यमेव जयते! CBI की विशेष अदालत के निर्णय का स्वागत है. तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित हो पूज्य संतों, BJP नेताओं, विहिप पदाधिकारियों, समाजसेवियों को झूठे मुकदमों में फंसाकर बदनाम किया गया. इस षड्यंत्र के लिए इन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए."

बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को फ़ोन कर बधाई दी. वहीं भाजपा नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने इशारों-इशारों में खुशी जाहिर करते हुए लिखा है कि "जय श्री राम।।"

इसके अलावा भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट करके लिखा है कि "जय श्री राम की कृपा से सब काम हो रहा है ना कोई आरोपी था ना कोई बरी हुआ. सच तो यह है सब राममय है राम जी के कार्य में विधर्मियों ने षड्यंत्र किए वही पराजित हुए. श्रीरामचंद्र चरणौ मनसा स्मरामि श्रीरामचंद्र चरणौ बचसा ग्रणामी श्रीरामचंद्र चरणौ शिरसा नमामि श्रीरामचंद्र चरणौ शरणं प्रपद्ये।।"

बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में सभी आरोपी बरी हो गए हैं. कोर्ट ने ये कहा कि अयोध्या विध्वंस के मजबूत साक्ष्य नहीं, घटना पूर्वनियोजित नहीं थी. बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत सभी नेताओं के बरी होने को लेकर देश में खुशी का माहौल है.

इसे भी पढ़ें: Babri Demolition Case: सभी 32 आरोपियों को कोर्ट ने किया बरी, 'मजबूत साक्ष्य नहीं'

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