American Dollar: अमेरिकी इतिहास में पहली बार दो महिलाओं के सिग्नेचर वाला नोट हुआ जारी, बना डाला रिकॉर्ड
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American Dollar: अमेरिकी इतिहास में पहली बार दो महिलाओं के सिग्नेचर वाला नोट हुआ जारी, बना डाला रिकॉर्ड

Signatures of two women: क्‍या कभी आपने एक ही नोट पर दो सिग्नेचर देखी है. जी हां, अमेरिका ने ऐसे डॉलर जारी किए हैं. जिन पर दो महिलाओं ने हस्‍ताक्षर कर रखें हैं. जानिए क्‍या है वजह. 

American Dollar: अमेरिकी इतिहास में पहली बार दो महिलाओं के सिग्नेचर वाला नोट हुआ जारी, बना डाला रिकॉर्ड

Janet Yellen: 21वीं सदी में महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं. आज के समय में महिलाएं अपनी पहचान के लिए किसी की मोहताज नहीं हैं. ऐसे ही एक खबर अमेरिका से आई है जहां दो महिलाओं के सिग्नेचर वाली नोट अमेरिका की करेंसी यानी डॉलर पर छपी है. अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. दोनों महिलाएं अमेरिका में बड़े पद पर हैं. उनमें से एक अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन हैं तो दूसरी कोषाध्यक्ष मैरिलिन मलेरबा हैं. उन्‍होंने एक और पांच डॉलर की करेंसी नोट को जारी किया है. आपको बता दें कि अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी महिला ने वित्त मंत्री का पदभार संभाला है. 

वित्‍त मंत्री ने कहा- पहले नोट पर खराब सिग्नेचर आते थे

 
वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा है कि, मुझसे पहले जो वित्त मंत्री थे उनके सिग्नेचर खराब थे. यहां तक की लोग उनकी साइन का मजाक उड़ाते थे. उन्‍होंने यह भी बताया कि गेथर को तो अपने साइन वैध दिखाने के साइन को बदलना पड़ा था. जेनेट ने बताया , मैंने साइन करने के लिए अच्छी खासी प्रैक्टिस की है.

2023 में मार्केट में आएंगे नोट 

अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने बताया, ये मेरे या करेंसी पर नए साइन का मामला नहीं है. ये हमारी अर्थव्‍यवस्‍था को ज्यादा मजबूत और समावेशी बनाएगा और ये हमारे सामूहिक काम से जुड़ा हुआ है. अमेरिकी वित्त विभाग ने बताया है कि ये नए नोट फेडरल रिजर्व के पास दिसंबर तक पहुंच जाएंगे और इसके साथ ही मार्केट में ये नोट 2023 की शुरुआत में आ जाएंगे. 

ये जेंडर इक्वलिटी का है मैसेज 

आपको बता दें कि येलेन जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगुवाई करेंगी. वह इस पद पर जाने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. इसके अलावा वे यूएस की ट्रेजरी हेड भी बनी हैं. अमेरिका में वित्‍त मंत्री ही यूएस ट्रेजरी का हेड होता है. जिस तरह भारत में RBI का गर्वनर होता है उसी तरह अमेरिका में यूएस ट्रेजरी का हेड होता है. फर्क इतना है कि भारत में वित्‍त मंत्री RBI का मुखिया नहीं होता है, लेकिन अमेरिका में दोनों विभाग एक ही के पास होते हैं.    

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