पाक सेना प्रमुख ने कहा, 'कश्मीर ‘मूल अनसुलझा एजेंडा’ बना हुआ है'
Advertisement

पाक सेना प्रमुख ने कहा, 'कश्मीर ‘मूल अनसुलझा एजेंडा’ बना हुआ है'

जनरल बाजवा ने नियंत्रण रेखा के पास सरपीर एवं पांडु सेक्टरों का दौरा करने के समय यह टिप्पणी की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों से भी बातचीत की.

जनरल बाजवा के हवाले से कहा गया,‘बहरहाल, हम किसी भी दुस्साहस के खिलाफ अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार एवं दृढ़ प्रतिज्ञ हैं. (फाइल फोटो)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर एक ‘मूल अनसुलझा एजेंडा’ बना हुआ है. उन्होंने अपने देश के खिलाफ किसी भी प्रकार का दुस्साहस करने के विरुद्ध चेतावनी दी.

जनरल बाजवा ने नियंत्रण रेखा के पास सरपीर एवं पांडु सेक्टरों का दौरा करने के समय यह टिप्पणी की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों से भी बातचीत की. सेना के मीडिया प्रभाग...इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में यह जानकारी दी.

उन्होंने सैनिकों की अभियानगत तैयारियों एवं उच्च मनोबल की सराहना की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता में पूरी तरह से संलग्न है.

बयान में जनरल बाजवा के हवाले से कहा गया,‘बहरहाल, हम किसी भी दुस्साहस के खिलाफ अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार एवं दृढ़ प्रतिज्ञ हैं.’  सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर मुद्दा एक ‘मूल अनसुझला एजेंडा’ बना हुआ है तथा उन्होंने कश्मीरियों के आत्म निर्णय के अधिकारों को अपना समर्थन दोहराया.

चीन की मदद से 2022 में अंतरिक्ष में जाएगा पहला पाकिस्तानी
वहीं पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने गुरुवार को घोषणा की कि पाकिस्तान चीन की मदद से 2022 में पहली बार किसी पाकिस्तानी को अंतरिक्ष में भेजेगा. उन्होंने यह घोषणा प्रधानमंत्री इमरान खान की पहली चीन यात्रा से पहले की है.

‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान ने 2022 में अपना पहला अंतरिक्ष अभियान भेजने की योजना बनाई है और गुरुवार को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुई संघीय मंत्रिमंडल की बैठक में योजना को मंजूरी दी गई. 

खबर के अनुसार पाकिस्तान अंतरिक्ष एवं बाह्य वातावरण शोध आयोग और एक चीनी कंपनी के बीच पहले ही एक समझौते पर हस्ताक्षर किया जा चुका है. इससे पहले इस साल पाकिस्तान ने चीनी प्रक्षेपण यान की मदद से दो उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में भेजा था. दोनों उपग्रहों का निर्माण पाकिस्तान में किया गया था.

(इनपुट - भाषा)

Trending news