ओमान में ग्रैंड मस्जिद जाएंगे पीएम मोदी, 350 साल पुराने शिव मंदिर में करेंगे पूजा
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ओमान में ग्रैंड मस्जिद जाएंगे पीएम मोदी, 350 साल पुराने शिव मंदिर में करेंगे पूजा

ओमान में पीएम नरेंद्र मोदी भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.

ओमान के मस्कट में स्थित करीब 350 साल पुराना शिव मंदिर. (dr_maheshsharma/Twitter/11 Dec 2017)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की यात्रा के दौरान ओमान भी जा रहे हैं जहां वह सुल्तान काबूस ग्रैंड मस्जिद जाएंगे और इसके बाद वहां के प्राचीन शिव मंदिर जाएंगे. माना जाता है कि यह मंदिर करीब 350 साल पुराना है. इस शिव मंदिर में पीएम मोदी अभिषेक करेंगे. यह खाड़ी क्षेत्र में स्थित सबसे लोकप्रिय मंदिर है, जहां हिन्दू समुदाय प्रार्थना करते हैं और खुद को भारत के उस स्थान विशेष से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं जहां से वे ताल्लुक रखते हैं.

  1. यह खाड़ी क्षेत्र में स्थित सबसे लोकप्रिय मंदिर है.
  2. यह मंदिर करीब 350 साल पुराना है.
  3. ओमान में पीएम मोदी भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.

अबू आधी में पीएम मोदी रखेंगे मंदिर की आधारशिला

इससे पहले पीएम मोदी अबू आधी जाएंगे जहां वह एक मंदिर की आधारशिला रखेंगे. अगस्त 2015 के बाद मोदी अबू आधी का यह दूसरा दौरा कर रहे हैं, जहां भारी तादाद में प्रवासी भारतीय रहते हैं. मोदी अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई की सेना के डिप्टी कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल के साथ बातचीत करेंगे. जायेद 2017 के गणतंत्र दिवस समारोह में भारत के मुख्य अतिथि थे. वह यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री व दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से मुलाकात करेंगे.

यूएई और अरब के सीईओ से होगी पीएम मोदी की बातचीत
दुबई मे मोदी यूएई और अरब के सीईओ से भारत में आर्थिक अवसरों को लेकर बातचीत करेंगे. मोदी ने कहा, "यूएई से मिले आमंत्रण पर मैं दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को संबोधित करुं गा जिसमें भारत बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत करेगा." दौर के आखिर में मोदी रविवार (11 फरवरी) को मस्कट जाएंगे और उसके अगले दिन दिल्ली लौटेंगे. ओमान और यूएई में मोदी भारतीय प्रवासी से मुलाकात कर सकते हैं, जिन्हें उन्होंने भारत और खाड़ी देशों के बीच मित्रता की सेतु कहा है.

PM मोदी की डिमांड पर UAE में बनने जा रहा है मंदिर, शेख ने लगाए थे जय श्री राम के नारे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के दौरान, जब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) यानी पहुंचेंगे, तो यूएई एक ऐतिहासिक घटना को अपनी आंखों के सामने साकार होते देखेंगे क्योंकि, इस मुल्क में रहने वाले हिन्दू समुदाय के लिए वहां की सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है, जो दोनों देशों के रिश्तों को और भी मज़बूत करने का काम करेगा. प्रधानमंत्री मोदी अबुधाबी में उस हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखेंगे, जिसे बनाने के लिए यूएई की सरकार ने वर्ष 2015 में ही ज़मीन उपलब्ध कराने का वादा किया था. यह मध्यपूर्व का पहला ऐसा मंदिर होगा जिसमें भारतीय पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा और इसे दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर बनाने की तैयारी है.

हालांकि दुबई में पहले से ही एक मंदिर मौजूद है, लेकिन अबुधाबी में हिन्दू समुदाय के लिए ऐसा कोई मंदिर नहीं था. वर्ष 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर गए थे, तो वहां मौजूद भारतीय लोगों ने अबुधाबी में एक पूजा स्थल की मांग की थी. और उसी के बाद वहां की सरकार ने अबुधाबी में मंदिर बनाने के लिए ज़मीन देने का फैसला किया था. खुशी की बात ये है कि भारत और यूएई की सहनशीलता और संस्कृति की साझेदारी वाली सोच के तहत वर्ष 2020 तक ये मंदिर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस बारे में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव मृदुल कुमार ने कहा, ''मंदिर के लिए अबु धाबी और दुबई के बीच एक बड़ी जगह दी गई है. यह एक भव्य और बहुत बड़ा मंदिर होगा.''

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