Iran on Anti-Hijab movement: ईरान के एंटी-हिजाब आंदोलन के पीछे क्या विदेशी साजिश है? डिप्टी विदेश मंत्री ने किया ये बड़ा दावा
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Iran on Anti-Hijab movement: ईरान के एंटी-हिजाब आंदोलन के पीछे क्या विदेशी साजिश है? डिप्टी विदेश मंत्री ने किया ये बड़ा दावा

Iran India News: क्या ईरान में चल रहे एंटी-हिजाब आंदोलन के पीछे कोई विदेशी साजिश है या वहां के लोग वाकई में कट्टरता से मुक्ति चाहते हैं. ईरान की मानें तो इस आंदोलन के पीछे विदेशी साजिश. ईरान के डिप्टी विदेश मंत्री ने बाकायदा साजिशकर्ता देशों के नाम भी बताए हैं. 

Iran on Anti-Hijab movement: ईरान के एंटी-हिजाब आंदोलन के पीछे क्या विदेशी साजिश है? डिप्टी विदेश मंत्री ने किया ये बड़ा दावा

Iran Stand on Anti-Hijab Movement: ईरान (Iran) में पिछले कुछ महीनों से एंटी- हिजाब और महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत को लेकर जारी प्रदर्शन रुकने का नाम ही नहीं ले रहे. हाल ही में ईरान की फुटबाल टीम ने FIFA वर्ल्डकप के दौरान नेशनल एंथम गाने से भी मना कर दिया था. ईरान में जहां हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन लगातार जारी है. वहीं ईरान का कहना है कि अमेरिका और यूरोपीय देश ईरान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.

ईरान में जारी एंटी-हिजाब प्रदर्शन (Iran Anti Hijab Movement) को लेकर ज़ी मीडिया ने Iran के Deputy Foreign Minister अली बाघेरी (Ali Bagheri) से एक्सक्लूसिव बातचीत की. पेश है उनसे बातचीत के खास अंश: 

सवाल: ईरान में लगातार एंटी-हिजाब प्रदर्शन जारी है. Mahsa Amini की मौत के बाद से ये प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे. ये स्थिति कितनी खतरनाक है.

जवाब: मैं यहां बताना चाहता हूं कि लोकतंत्र में कहीं पर भी लोगों को आलोचना और आपत्ति करने का हक़ है. ये बात ईरान की सोसाइटी पर भी लागू होती है. हां, हमारे यहां ईरान के कुछ हिस्सों में भी ऐसे आलोचना हुई. यहां इस वक्त दुनिया को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है कि  ईरान के आंतरिक मामलों में पश्चिमी देश हस्तक्षेप करने के साथ-साथ पावर एब्यूज (Power Abuse) भी कर रहे हैं.

सवाल: वेस्टर्न मीडिया ख़ास तौर पर ये रिपोर्ट कर रही है कि सैकड़ो की संख्या में ईरान में प्रदर्शनकारियों को मौत के घाट उतारा जा रहा है. क्या ये रिपोर्ट सही है.

जवाब: ये खबर 100% गलत है. ऐसा कहीं नहीं हो रहा है.

सवाल: ईरान में एंटी हिजाब को लेकर हो रहे प्रदर्शन (Iran Anti Hijab Movement) पर ईरान सरकार ने ये आरोप लगाया था कि अमेरिका और Israel प्रदर्शन को हवा दे रहे हैं और ईरान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. आपके पास इसे लेकर क्या सबूत हैं?

जवाब: ये कोई मुश्किल काम नहीं है. आप वेस्टर्न देशों और अमेरिका के स्टेटमेंट उनके सोशल मीडिया के एकाउंट पर देखिए. इस मामले में वेस्टर्न मीडिया जिस तरह से रिपोर्टिंग कर रही है, उसे देखिए. लंदन बेस्ड पर्शियन मीडिया का भी ईरान के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे ईरान में अशांति फैलाई जा सके और दुनिया को बताया जा सके कि ईरान में स्थित बदतर होती जा रही है. 

ईरान में एक लड़की की मौत को इतना बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है लेकिन जब ईरानी लड़कियों को सद्दाम हुसैन की सरकार ने केमिकल हथियार का इस्तेमाल कर मार दिया था, उस वक्त किसी ने बात नहीं की थी. सद्दाम हुसैन की सरकार ने वेस्टर्न कन्ट्रीज को जो केमिकल हथियार सप्लाई किए, उस पर ये देश चुप हैं. ईरान में बहुत से बच्चे एक खास बीमारी से ग्रसित है जिन्हें दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं लेकिन इस पर कोई बात बात नहीं करता. उनके लिए ये मानवाधिकार हनन का मामला नहीं है. वेस्टर्न कन्ट्रीज का रवैया पक्षपात पूर्ण रहा है.

सवाल: आपने भारत के विदेश मंत्री और विदेश सचिव से मुलाकात की. किन मुद्दों पर दोनों देशों के बीच बात हुई?

जवाब: ईरान और भारत (Iran India Relation) लगातार एक दूसरे के साथ संपर्क में है. ये एक सामान्य प्रक्रिया है. मेरे भारत आने का मकसद भी यही है. बुधवार को हमारी मुलाकात भारत के विदेश मंत्री से हुई थी, जिसमें हमने अलग अलग मुद्दों पर बातचीत कर उनकी समीक्षा की. हमने बातचीत में कुछ रीजनल और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत की.

सवाल: पश्चिमी देशों के आपत्ति के बावजूद भारत रूस से काफी मात्रा में तेल खरीद रहा है. इस पर आपका क्या नजरिया है. क्या आप उम्मीद करते हैं कि भविष्य में ईरान और भारत के बीच भी ऐसी डील हो सकती है.

जवाब: हमारा भारत के साथ एनर्जी सप्लाई करने का पुराना संबंध रहा है. हम पूरी तरह से तैयार हैं, भारत को उसकी एनर्जी की जरूरत को पूरा करने के लिए. 

सवाल: कुछ वेस्टर्न यूरोपियन यूनियन से लिंक ग्रुप दुनिया के मेजर पावर के साथ ईरान की रुकी पड़ी न्यूक्लियर डील पर सहमति बनाने की कोशिश में हैं . ईरान को इसे लेकर कितनी उम्मीद है?

जवाब: न्यूक्लियर पर हो रही वार्ता पर हम सभी पक्षों के साथ संपर्क में हैं. ईरान के साथ न्यूक्लियर एग्रीमेंट पर बातचीत हो रही है. 

बहुत बहुत धन्यवाद हमसे बात करने के लिए.

(ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)

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