Iran Missile: दुनिया में तबाही मचा सकती है ईरान की यह मिसाइल, इसे रोकना है नामुमकिन! सिर्फ 3 देशों के पास यह ताकत
Advertisement

Iran Missile: दुनिया में तबाही मचा सकती है ईरान की यह मिसाइल, इसे रोकना है नामुमकिन! सिर्फ 3 देशों के पास यह ताकत

Iran: ईरान रिवोल्युशनरी गार्ड के कमांडर ने दावा किया है कि ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने में सफल रहा है. ईरान जिस मिसाइल के लिए दावा कर रहा है, उस तरह का हथियार सिर्फ अमेरिका, चीन और रूस के पास है. हालांकि भारत, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और जापान भी इस तकनीक पर काम कर रहे हैं.

प्रतीकात्मक इमेज

Iran Developed New Weapon: पिछले दो महीनों से हिजाब के विरोध में आंदोलन की आग में चल रहे ईरान ने कुछ ऐसा किया है जिसने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की नींद उड़ा दी है. दरअसल, ईरान रिवोल्युशनरी गार्ड के कमांडर ने दावा किया है कि ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने में सफल रहा है. इसे दुनिया की सबसे आधुनिक मिसाइल कहा जाता है. इसकी स्पीड इतनी तेज होती है कि इनकी रफ्तार को सिस्टम द्वारा ट्रैक करना तकरीबन नामुमकिन होता है.

भारत अभी कर रहा है इस तकनीक पर काम

रिपोर्ट के अनुसार, ईरान जिस मिसाइल के लिए दावा कर रहा है, उस तरह का हथियार सिर्फ अमेरिका, चीन और रूस के पास है. हालांकि भारत, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और जापान भी इस तकनीक पर काम कर रहे हैं. इन सबसे अलग उत्तरी कोरिया भी हाइपरसोनिक मिसाइल होने का दावा करता है. 

पैंतरेबाजी करने में कारगर

अब हम आपको इस मिसाइल की खासियत बताते हैं. यह एक हाइपरसोनिक मिसाइल है. यह सतह और वायुमंडल दोनों जगह पैंतरेबाजी कर सकता है. कहा जाता है कि यह एडवांस एंटी मिसाइल सिस्टम को भी चकमा दे देता है. यही वजह है कि इसे दुश्मन बैलेस्टिक मिसाइल की तरह ट्रैक करके नष्ट नहीं कर सकता है.

क्या कहता है ईरान

एक तरफ ईरान की एक संस्था इस तरह के मिसाइल के होने की बात कहत है तो दूसरी तरफ ईरान सरकार इस तरह की मिसाइल के दावों को खारिज करती है. वहीं अन्य इस्लामिक देश इसे ईरान का झूठ करार देते हैं. वह कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण ईरान ने हाल फिलहाल में कई खतरनाक हथियार विकसित किए हैं.

पिछले हफ्ते भी मिली थी एक बड़ी कामयाबी

रिपोर्ट की मानें तो ईरान ने पिछले सप्ताह ही तीन चरणों वाले अंतरिक्ष प्रक्षेपण यान Ghaem 100 का सफल परीक्षण किया है. इसके जरिये ईरान पृथ्वी की सतह से 500 किलोमीटर दूर की कक्षा में 80 किलोग्राम वजन के सैटेलाइट को स्थापित कर सकेगा. वहीं अमेरिका ने इस तरह की परीक्षण को 'तबाह करने वाला' बताया है.

ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news