DNA with Sudhir Chaudhary: चीन को घेरने के लिए पास आ रहे भारत-जापान, ड्रैगन होने लगा परेशान
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DNA with Sudhir Chaudhary: चीन को घेरने के लिए पास आ रहे भारत-जापान, ड्रैगन होने लगा परेशान

DNA on PM Narendra Modi Japan Visit 2022: चीन को घेरने के लिए भारत और जापान के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं. क्वाड की मीटिंग में भाग लेने के लिए जापान पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी वहां पर अपने अमेरिकी, जापानी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों के साथ बैठक कर रहे हैं.

DNA with Sudhir Chaudhary: चीन को घेरने के लिए पास आ रहे भारत-जापान, ड्रैगन होने लगा परेशान

DNA on PM Narendra Modi Japan Visit 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) QUAD Summit में हिस्सा लेने के लिए दो दिन के जापान दौरे पर हैं. इस बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री भी हिस्सा लेंगे. आज हम आप सबका जापान (Japan) के साथ भी एक नया परिचय कराते हैं. मेरा जूता है जापानी, ये पतलून इंग्लिशतानी. ये मशहूर गाना आपने जरूर सुना होगा और Love in Tokyo नाम की मशहूर फिल्म के बारे में भी आपको ज़रूर पता होगा. 

आपस में दोस्त कैसे बन गए भारत और जापान

आपमें से बहुत सारे लोगों ने 1983 में लॉन्च हुई मारुति Suzuki की कार भी चलाई होगी. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान और भारत के सैनिक एक दूसरे के खिलाफ़ लड़ रहे थे और 1998 में भारत के परमाणु परीक्षण पर जापान (Japan) बहुत नाराज हुआ था. उसने भारत के खिलाफ कड़े  Sanctions लगा दिए थे. लेकिन पिछले साल 22 साल में जापान और भारत Best Friends बन गए हैं. इसलिए आज हम आपको इसी दोस्ती की कहानी बताते हैं. 

सोमवार को जापान पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) का शानदार स्वागत हुआ. इस दौरान जब प्रधानमंत्री अपने होटेल पहुंचे तो वहां उनका स्वागत करने के लिए पहुंचे लोगों में एक बच्चा ऐसा भी था, जिसने सबका ध्यान अपनी तरफ़ खींचा. जापान (Japan) के इस बच्चे ने प्रधानमंत्री मोदी से हिंदी में बात की. जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस बच्चे से ये पूछा कि उसने इतनी अच्छी हिंदी बोलनी कहां से सीखी. 

पीएम मोदी की पांचवी जापान यात्रा

वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) की ये पांचवीं जापान यात्रा है. इसके अलावा वो गुजरात के मुख्यमंत्री के मुख्यमंत्री रहते हुए भी दो बार जापान जा चुके हैं. पहली बार वो वर्ष 2007 में जापान गए थे, जब शिंजो आबे जापान के प्रधानमंत्री थे और दूसरी बार वर्ष 2012 में उन्होंने जापान (Japan) का दौरा किया था. माना जाता है कि इस दौरे के बाद जापान की बड़ी बड़ी कम्पनियां प्रधानमंत्री के विजन से प्रभावित होकर गुजरात में निवेश करने के लिए आई थीं. प्रधानमंत्री मोदी अब यही काम देश के लिए भी कर रहे हैं. 

पीएम मोदी ने सोमवार को जापान में 30 से ज्यादा कम्पनियों के CEOs से मुलाकात कर उन्हें भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. इन कम्पनियों में Suzuki Motor Corporation, Soft Bank, Uniqlo और जापान की Information Technology कम्पनी NEC Corporation के प्रतिनिधि भी शामिल रहे. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने Tokyo में भारतीय मूल के लोगों को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उन्हें मक्खन पर लकीर करने में मजा नहीं आता, वो पत्थर पर लकीर करना जानते हैं.

दोनों देशों के लिए चीन साझा खतरा

भारत और जापान (India Japan) एशिया के दो बड़े देश हैं. दोनों के बीच लगभग 6 हजार किलोमीटर की दूरी है. हालांकि भारत और जापान के बीच एक बड़ी समानता ये है कि दोनों देशों की सीमाएं चीन से लगती हैं और चीन भारत की तरह जापान (Japan) को भी एक प्रतिद्वंदी देश के तौर पर देखता है. भारत क्षेत्रफल के मामले में जापान से लगभग 10 गुना बढ़ा है. जापान का क्षेत्रफल 3 लाख 77 हजार वर्ग किलोमीटर है. जबकि भारत का क्षेत्रफल 32 लाख 87 हज़ार वर्ग किलोमीटर है. जापान क्षेत्रफल के मामले में लगभग राजस्थान के बराबर है.

जापान की कुल आबादी साढ़े 12 करोड़ है (12 करोड़ 58 लाख) जबकि भारत की कुल आबादी 140 करोड़ है. हालांकि भारत दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति है और जापान को अब दुनिया के सबसे बूढ़े देशों में गिना जाता है. इस समय भारत की कुल आबादी की Median Age 28 वर्ष है और जापान के लोगों की Median Age 49 वर्ष है. यानी जापान की आधी आबादी 49 वर्ष से ज्यादा की है और बूढ़ी हो चुकी है.

जापान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

इसके बावजूद जापान (Japan) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जबकि इस सूची में भारत छठे स्थान है. जापान की अर्थव्यवस्था 375 लाख करोड़ रुपये की है और भारत की अर्थव्यवस्था 235 लाख करोड़ रुपये की है. हालांकि एक अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2030 तक भारत इस मामले में जापान को पीछे छोड़ सकता है. (Source- IHS Markit, London)

सोमवार को जापान के अखबारों में प्रधानमंत्री मोदी का एक लेख भी प्रकाशित हुआ है, जिसमें तीन बड़े Points पर आपको ध्यान देना चाहिए.

पहला- इसमें प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने भारत और जापान (India Japan) के सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंधों का जिक्र किया. इसमें लिखा है कि कैसे बौद्ध धर्म भारत और जापान को जोड़ता है और इसमें महात्मा गांधी के तीन बन्दरों का भी ज़िक्र है. जो ये बताते हैं कि ना बुरा देखो, ना बुरा सुनो और ना बुरा बोलो. गांधीजी के ये तीनों बन्दर जापान के एक मन्दिर से प्रेरणा लेकर बनाए गए हैं और ये मन्दिर 17वीं सदी में बना था

दूसरा- जापान और भारत (India Japan) की दोस्ती को प्रधानमंत्री मोदी ने तीन शब्दों में परिभाषित किया है. और ये तीन शब्द हैं, Special, Strategic और Global. इसके अलावा इसी लेख में प्रधानमंत्री मोदी ये भी लिखते हैं कि दुनिया में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए जापान और भारत के मजबूत रिश्ते जरूरी हैं.

और तीसरा- इस लेख में Indo Pacific Region में शांति और सुरक्षा के लिए जापान और भारत की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया गया है. इसके अलावा इसमें QUAD का भी ज़िक्र है, जिसका मकसद Indo Pacific Region में चीन के प्रभाव को कम करना है. QUAD में भारत और जापान के अलावा अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी हैं.

जापान के सहयोग से भारत में लॉन्च हुई मारुति

वैसे जापान से भारत के आम लोगों का पहला परिचय वर्ष 1983 में हुआ था, जब भारत की पहली सबसे सस्ती कार लॉन्च हुई थी. इस कार को मारुति ने जापान की Suzuki कम्पनी के साथ मिलकर बनाया था. इस कार का नाम था Maruti 800, जिसका बिना AC वाला मॉडल उस समय 47 हजार 500 रुपये का था. AC वाले मॉडल की कीमत 60 हज़ार रुपये थी. इस गाड़ी ने Maruti के साथ जापान (Japan) की Suzuki कम्पनी को भारत के आम लोगों के बीच लोकप्रिय बना दिया था. भारत में ये कहा जाने लगा था कि आम लोगों की गाड़ी Maruti और Suzuki ही बना सकते हैं.

भारतीय फिल्मों में भी जापान (Japan) को हमेशा से एक विशेष स्थान मिला. उदाहरण के लिए वर्ष 1966 में एक सुपरहिट फिल्म आई थी, जिसका नाम था, Love in Tokyo. इस फिल्म की रिलीज के बाद भारत के आम लोग London और Paris के साथ जापान के Tokyo जाने के भी सपने देखने लगे थे. इसके अलावा इस तरह के भी गाने आए, जिनमें जापान का जिक्र होता था. इन्हीं में से एक गाना वर्ष 1955 में आई फिल्म श्री 420 का था, जिसके बोल थे, मेरा जूता है जापानी, ये पतलून इंग्लिशतानी.

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