Cancer Disease: इन दो बड़ी वजहों से होता है कैंसर, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा!
Advertisement

Cancer Disease: इन दो बड़ी वजहों से होता है कैंसर, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा!

Cancer: अमेरिका की एक संस्था ने कैंसर पर शोध किया है, जिसमें धूम्रपान और वृद्धावस्था को कैंसर का सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक बताया गया है. 

 

Cancer Disease: इन दो बड़ी वजहों से होता है कैंसर, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा!

Risk Factors For Acquiring Any Cancer: कैंसर को सबसे घातक बीमारियों में से एक माना जाता है. किसी भी परिवार का कोई सदस्य अगर इस बीमारी की चपेट में आता तो मरीज के साथ-साथ उसके परिजनों का भी बुरा हाल हो जाता है. कैंसर के इलाज के लिए मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है. इस घातक बीमारी से बाहर आने के लिए लोग अपनी जिंदगी की पूरी जमा-पूंजी लगा देते हैं. अब इस बीच, अमेरिका की एक संस्था ने कैंसर पर शोध किया है, जिसमें धूम्रपान और वृद्धावस्था को कैंसर का सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक बताया गया है. 

स्टडी में कही गई ये बातें

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (ACS) के वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में की गई एक स्टडी के अनुसार धूम्रपान और वृद्धावस्था भी कैंसर के सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक हैं. स्टडी के निष्कर्ष कैंसर पत्रिका में प्रकाशित हुए थे, जिसमें पाया गया है कि धूम्रपान के अलावा, चिकित्सकों को शरीर के अतिरिक्त मोटापे, फैमिली हिस्ट्री पर विचार करना चाहिए. 

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में जनसंख्या विज्ञान की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अध्ययन की प्रमुख लेखक डॉ अल्पा पटेल ने कहा, एकल कैंसर प्रकार-विशिष्ट स्क्रीनिंग अनुशंसाएं उस विशिष्ट प्रकार के कैंसर के जोखिम कारकों पर आधारित होती हैं. हमारे निष्कर्ष उत्साहजनक हैं, क्योंकि हम सामान्य आबादी में उपसमूहों को परिभाषित करने के लिए काम कर रहे हैं जो कैंसर जांच और रोकथाम से लाभान्वित हो सकते हैं. 

स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने अमेरिका में 4,29,991 प्रतिभागियों का विश्लेषण और अध्ययन किया, जिनमें कैंसर की पहले की कोई हिस्ट्री नहीं थी. परिणामों से पता चला कि नामांकन के पांच वर्षों के भीतर इन प्रतिभागियों में 15,226 आक्रामक कैंसर का निदान किया गया था.

महिलाओं में, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), टाइप 2 डाइबिटीज, हिस्टेरेक्टॉमी, कैंसर का पारिवारिक इतिहास, उच्च रक्तचाप, ट्यूबल बंधन और शारीरिक निष्क्रियता भी कैंसर के जोखिम से जुड़े थे.

डॉ अल्पा पटेल ने कहा कि जैसा कि हम इस संभावना पर विचार करते हैं कि भविष्य के परीक्षण कई प्रकार के कैंसर की पहचान करने में सक्षम हो सकते हैं. हमें यह समझना शुरू करना होगा कि किसी भी प्रकार के कैंसर के विकास के लिए सबसे अधिक जोखिम कौन है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के डेटा व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन भविष्य के स्क्रीनिंग विकल्पों को सूचित करने के लिए आवश्यक हैं. 

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news