कौन थे 'ख्वाजा सार', जो मुगल हरम में की महिलाओं के करीब रहते थे

हरम

मुगल काल में हरम का बहुत ही खास महत्व होता था.

नियम

अकबर जब मुगल बादशाह बने तो उन्होंने हरम के लिए तमाम नियम-कायदे बनाए है.

हरम में पुरुष की एंट्री नहीं

रिपोर्ट के अनुसार अकबर के हरम में पुरुष को घुसने की इजाजत नहीं थी.

थर्ड जेंडर

मुगल हरम में महिलाएं और थर्ड जेंडर रहा करते थे. इन थर्ड जेंडर को ख्वाजा सार कहा जाता था.

सुरक्षा

ख्वाजा सार हरम की सुरक्षा संभालते थे. हरम में ध्यान दिया जाता है कि कोई बाहर का शख्स हरम में दाखिल न हो.

क्या था कारण

बादशाह की सुरक्षा की वजह से मुगल हरम में बाहरी पुरुष के आने की इजाजत नहीं होती थी.

संबंध

वहीं इसका दूसका कारण यह भी था कि कहीं हरम में रहने वाली महिलाएं किसी बाहरी पुरुष से संबंध न बना लें.

सजा

मुगल हरम में अगर कोई बाहरी शख्स आ जाता तो उसे मौत की सजा मिलती थी.

Disclaimer

यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.