डायबिटीज 2 टाइप की होती है. टाइप 1 और टाइप 2 है. टाइप 1 डायबिटीज जेनेटिक होती है. वहीं टाइप 2 डायबिटीज लाइफस्टाइल में गड़बड़ी की वजह से होती है.
जो लोग फिजिकल एक्टिविटीज नहीं करते हैं उन्हें डायबिटीज होने का अधिक खतरना बना रहता है. जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते हैं उन्हें न केवल शुगर बल्कि हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम्स हो सकती है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार जिन लोगों को वजन ज्यादा होता है, उनको डायबिटीज टाइप 2 होने का खतरा बना रहता है.
45 साल की उम्र के बाद डायबिटीज होने का खतरा अधिक बना रहता है.
तनाव लेने की वजह से भी डायबिटीज हो सकता है. ऐसे में रोजाना मेडिटेशन जरूर करें.
सुबह लेट तक सोने और रात भर जगने की वजह से भी डायबिटीज हो सकती है.
चिड़चिड़ापन, थकान महसूस करना , बार-बार पेशाब करना, चोट जल्दी ठीक ना होना
डायबिटीज के मरीज को एक्सरसाइज करना चाहिए. रोजाना 20 मिनट की वॉक करना चाहिए.
हेल्दी डाइट का सेवन करना चाहिए. खाने में मीठा खासकर चीनी का सेवन न के बराबर करें.
समय-समय पर डायबिटीज की जांच कर लेवल का पता रखें.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.