राजस्थान में साल के अंत में चुनाव है. कांग्रेस का यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रूप में एक लोकप्रिय चेहरा है. आइए जानते हैं उनके बारे में दिलचस्प तथ्य
अशोक गहलोत का जन्म साल 1951 में हुआ था. उनके पिता लक्ष्मण सिंह गहलोत देश के जाने-माने जादूगर थे. लक्ष्मण सिंह विदेशों में भी मैजिक शो किया करते थे.
अशोक गहलोत ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने भी पिता से जादू सीखा था. अक्सर वे अपने कॉलेज में दोस्तों को जादू दिखाया करते थे.
गहलोत साल 1973 से 1979 तक राजस्थान NSUI के अध्यक्ष रहे. साल 1980 में गहलोत को लोकसभा का टिकट मिला. कहा जाता है कि उन्होंने चुनाव खर्च के लिए अपनी स्कूटर बेच दी थी.लेकिन वे ये चुनाव हार गए.
अशोक गहलोत 28 साल की उम्र में जोधपुर से सांसद बने. वो कहते हैं कि जादू किसी को करोड़पति बनने या फिर चुनाव जीतने में मदद नहीं करता. पर इसने मुझे लोगों को इकट्ठा करने में मदद किया.लोग ये सोचकर मेरी सभा में आते थे कि मैं जादू दिखाऊंगा.
अशोक गहलोत साल 1998 में पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने. फिर 2008 में बने. इसके बाद 2018 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.
अशोक गहलोत की ये बात उन्हें दूसरे नेताओं से जुदा बनाती है कि वे विपक्षी नेताओं से भी प्रेम से मिलते हैं. पीएम मोदी और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से भी उनके संबंध अच्छे हैं.
अशोक गहलोत बेहद सादा जीवन जीते हैं. वे सूरज ढलते ही खाना खा लेते हैं. वे अपनी गाड़ी में पारलेजी का बिस्किट रखते हैं ताकि कभी भी खा सकें
अशोक गहलोत की ये खास बात है कि वे मुख्यमंत्री होकर भी कहीं भी गाड़ी रुकवाकर चाय पीने लगते हैं. दरअसल, वे कड़क चाय के शौकीन माने जाते हैं. उन्होंने अपने हाथ की चाय कई नेताओं को पिलाई है.
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