हर रोज इन पांच कन्याओं को याद करने से टल सकती हैं दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं

पुंडरीक जी महाराज ने पंचकन्याओं पर प्रकाश डाला

श्री माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्य श्री पुंडरीक गोस्वामी जी महान गुरुओं में एक नाम है, जिनसे आज के दौर के युवा काफी प्रभावित हैं. उन्होंने अब पंचकन्याओं के महत्व पर प्रकाश डाला है.

हिंदू धर्म की आदर्श कन्याएं

पुंडरीक जी की कथा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. अब उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पंचकन्याओं पर बोलते नजर आ रहे हैं.

पंचकन्याओं को रोज याद करने से क्या होगा?

पुंडरीक जी महाराज कहते हैं, 'पांच कन्याएं ऐसी हैं, जिन्हें अगर रोज याद कर लो तो आपके जीवन में होने वाली बहुत सारी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं को टाला जा सकता है.'

कौन हैं ये पांच कन्याएं?

वे हैं अहिल्या, द्रौपदी, कुंती, तारा और मंदोदरी.

तारा दो हैं

महाराज जी कहते हैं, 'तारा दो हैं, एक तारा हैं बाली की पत्नी और दूसरी बृहस्पति की पत्नी तारा है.'

हिंदू धर्म में आदर्श पत्नियां

द्रौपदी और कुंती महाभारत से हैं, वहीं अहल्या, तारा और मंदोदरी रामायण से हैं. पंचकन्याओं को आदर्श महिला माना जाता है जो हिंदू धर्म में आदर्श पत्नियों का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं.

अहिल्या और द्रौपदी कौन हैं?

अहिल्या, ऋषि गौतम की पत्नी तो द्रौपदी, पांडवों की पत्नी है.

तारा, कुंती और मंदोदरी किसकी पत्नियां हैं?

तारा, वानरराज बाली की पत्नी हैं. कुंती, पांडु की पत्नी हैं. मंदोदरी, रावण की पत्नी हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज की कथा पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)