किसी भी इंसान की पर्सनालिटी में इस तरह के बदलाव आते हैं तो वह अवसाद यानी डिप्रेशन के संकेत हो सकते हैं.
शारदा हॉस्पिटल के साइकेट्रिस्ट प्रोफेसर डॉ अभिनीत कुमार से जानते हैं उन डिप्रेशन के आम लक्षण जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं.
बिजी लाइफस्टाइल की वजह से अधिकतर लोग तनाव में रहते हैं जो कि धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं,
जो इंसान हर समय उदास रहता है तो यह डिप्रेशन का एक लक्षण है, अगर आपका कोई करीबी उदासी में रहता है तो इसे नजरअंदाज न करें. उनसे बात करें.
साइकेट्रिस्ट प्रोफेसर डॉ अभिनीत कुमार के अनुसार डिप्रेशन में अक्सर लोग थका हुआ महसूस करते हैं. ऐसे लोगों को नींद भी नहीं आती है. उर्जा की कमी होती है.
डिप्रेश वाले लोगों के लिए वजन और भूख में उतार चढ़ाव हो सकता है. कुछ लोगों को ज्यादा भूख लगती है तो वहीं कुछ लोगों को बिल्कुल भूख नहीं लगती है ऐसे में कुछ का वजन ज्यादा बढ़ जाता है और कुछ लोगों कम हो जाता है.
कोई इंसान खुद को हारा हुआ मानता है उसे लगता है कि अब कुछ नहीं हो सकता है तो यह भी एक संकेत है जो डिप्रेशन की ओ इशारा करता है.
कोई इंसान हर समय दुखी रहता है जिस वजह से कॉन्फिडेंस की कमी हो जाती है जो कि डिप्रेशन का संकेत हो सकता है.
जब इंसान डिप्रेशन का शिकार होता है तो वह अकेला रहना पसंद करता है.
कोई इंसान अचानक बातचीत कम कर दें तो यह साफ-साफ संकेत देता है कि वह अवसाद की तरफ बढ़ रहा है.
अगर आपके या आपके किसी जान-पहचान वाले के मन में खुदकुशी की बात आती है तो आपको तुरंत अलर्ट हो जाना चाहिए. ये मेडिकल इमरजेंसी है. आपकी एक छोटी सी कोशिश से एक जान बच सकती है. आप भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर कांटैक्ट करें.