बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन के समय ना करें ये गलती, नहीं तो हो जाएंगे बड़े पाप के भागीदार
Zee News Desk
Dec 04, 2024
ऐसी मान्यता है कि जब भी कोई बनारस जाए तो उसे बाबा विश्वनाथ का दर्शन करना चाहिए.
आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ भारत में मौजूद 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है.
लेकिन ऐसी मान्यता है बिना बाबा काल भैरव का दर्शन किए काशी विश्वनाथ का दर्शन सफल नहीं होता.
काल भैरव को काशी का कोतवाल भी कहा जाता है जो महादेव के ही भयंकर रुप का प्रतीक हैं.
काल भैरव को त्रिदेवियों के श्राप के कारण भगवान ब्रह्मा जी का सिर काटना पड़ा था.
इसके बाद वह ब्रह्म हत्या के दोषी हो गए और भटकते हुए काशी पहुंचे जहां उन्होंने गंगा नदी में स्नान किया जिससे वे पाप मुक्त हो गए.
भगवान विष्णु ने उन्हें माफ कर काल भैरव नाम दिया जिसके बाद शिव जी ने उन्हें काशी का कोतवाल बना कर शहर की रक्षा करने का आदेश दिया.
इसी के बाद से माना जाता है कि बाबा काल भैरव ही पहले भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दर्शन की अनुमति देते हैं जिससे दर्शन सफल हो.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. हमने इस खबर को लिखने में सामान्य जानकारियों और धार्मिक मान्यताओं की मदद ली है. इसके सही या गलत होने की पुष्टि ZEE NEWS हिंदी नहीं करता है.