हर इंसान की अलग- अलग आदतें होती हैं. हमारी इन आदतों और व्यवहार का सीधा संबंध हमारे ग्रह-नक्षत्र से होता है.

हमारी अच्छी और बुरी आदतों का असर हमारे जीवन में जरूर पड़ता है. शास्त्रों में बताया गया है कि हमारी बुरे लक्षणों से हम पाप के भागीदार बनते जाते हैं.

आज हम बात करने जा रहे हैं, उन आदतों के बारे में जो हमारे पुण्य को पाप में बदल सकती हैं.

शास्त्रों में बताया गया है कि अगर आप नाखून चाबते हैं तो इससे हमारा सूर्य ग्रह कमजोर होता है. और जीवन में बदनामी झेलनी पड़ती है.

जो लोग पशु-पक्षी को भोजन निकले बिना ही सबसे पहले खुद भोजन ग्रहण कर लेते हैं . तो उनके सभी पुण्य नष्ट हो जाते हैं.

जो लोग आतिथी, साधु और संतों का आदर-सत्कार नहीं करते हैं या शुद्ध वाणी में बात नहीं करते हैं उन्हें भी भागीदार माना जाता है.

जो लोग दूसरे के साथ छल-कपट करते है. या असहायों को नुकसान पहुंचते हैं उन्हें भी इसी श्रेणी में रखा जाता है. वे कभी भी पुण्य प्राप्त नहीं करते हैं.

शास्त्रों में बताया गया है जो लोग पराई स्त्रियों से संबंध बनाते हैं, चोरी करते हैं या फिर किसी के साथ विश्वासघात करते हैं.उन्हें भी पुण्य नसीब नहीं होता है.

शास्त्रों में बताया गया है अगर आप अपने माता-पिता या गुरुजनों का सम्मान नहीं करते हैं तो उन्हें भी पाप का भागीदार माना जाता है.

VIEW ALL

Read Next Story