राजस्‍थान के पत्‍थर भी शामिल

मंदिर के निर्माण के लिए राजस्थान के पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. मंदिर निर्माण से पहले इन पत्थरों पर आकर्षक नक्काशी की जा रही है. नक्काशी में बनाई जाने वाली डिजाइन नागर शैली पर आधारित है.

Zee Media Bureau
Feb 08, 2023

मकराना मार्बल का इस्‍तेमाल

गर्भगृह के 6 खंभों का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है. इसे मकराना मार्बल से बनाया जा रहा है. मकराना संगमरमर से ही मंदिर के गर्भगृह में फर्श, मेहराब, रेलिंग, दरवाजे के फ्रेम को तैयार किया जाएगा.

नेपाल से लाई गईं शिलाएं

श्रीराम मंदिर में नेपाल से भेजी गईं शिलाएं अयोध्या पहुंच चुकी हैं. इनसे श्रीराम और जानकी की मूर्तियां तराशी जाएंगी. इन शिलाओं को नेपाल की गंडकी नदी से निकाला गया था.

2024 तक होने लगेगी पूजा

मंदिर निर्माण का पहला चरण अगस्त 2023 तक पूरा होगा तो वहीं दूसरा चरण दिसंबर 2025 तक और तीसरा चरण यानि की 2025 तक मंदिर आकार ले चुका होगा. वहीं, जनवरी 2024 से मंदिर में पूजन-दर्शन शुरू हो जाएगा.

तीन चरणों में हो रहा काम

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मंदिर निर्माण का कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. वहीं, 14 फीट तक गर्भगृह का पिलर भी बनकर तैयार हो चुका है.

VIEW ALL

Read Next Story