सिलेंडर डिलीवरी करते थे रिंकू सिंह के पिता, अब बेटा बन गया सबसे घातक फिनिशर

तिरुवनंतपुरम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में रिंकू सिंह ने 344 के स्ट्राइक रेट से रन कूटे

रिंकू सिंह ने महज 9 गेंदों में 31 रन ठोक डाले. रिंकू सिंह की इस विस्फोटक पारी में 4 चौके और 2 छक्के शामिल रहे

रिंकू सिंह के रूप में भारतीय टीम को एक तगड़ा मैच फिनिशर मिल गया है. रिंकू सिंह क्रीज पर उतरते ही अपने बल्ले से भयंकर तबाही मचाते हैं

रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बेहद सामान्य परिवार से आते हैं. रिंकू सिंह की कहानी हर किसी को भावुक कर देगी

रिंकू सिंह के लिए क्रिकेटर बनने का सफर बहुत मुश्किल रहा हैं, क्योंकि सिर्फ पेट पालने के लिए उनके पिता घर-घर गैस सिलेंडर पहुंचाने का काम करते थे

परिवार को कर्ज के बोझ से बाहर निकालने के लिए रिंकू सिंह भी नौकर का काम कर चुके हैं. रिंकू सिंह पोछा लगाने का काम भी करते थे

रिंकू सिंह के पिता खानचंद्र सिंह एक LPG गैस सिलेंडर वितरण कंपनी में काम करते थे

रिंकू सिंह ने अपने शुरुआती साल अपने माता-पिता और चार भाई-बहनों के साथ अलीगढ़ स्टेडियम के पास दो कमरों के क्वार्टर में बिताए

रिंकू सिंह के माता-पिता की इच्‍छा थी कि उनका बेटा देश के लिए क्रिकेट खेले और अब रिंकू सिंह टीम इंडिया के फेवरेट बन गए हैं

VIEW ALL

Read Next Story