पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक क्रिकेट के मैदान पर अपनी सुस्त और खराब फील्डिंग के लिए जाते जाने थे
2. रविचंद्रन अश्विन (भारत)
रविचंद्रन अश्विन फील्डिंग के दौरान कई बार तेजी से भागती गेंद को रोकने में कमजोर नजर आते हैं और उनकी डाइविंग तकनीक भी उतनी अच्छी नहीं है
3. लसिथ मलिंगा (श्रीलंका)
श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा क्रिकेट के मैदान पर कैच पकड़ने के दौरान काफी कमजोर रहे है
4. शोएब अख्तर (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर तेज दौड़ने में सक्षम होने के बावजूद गेंद का पीछा करकर उसे पकड़ने में कमजोर थे
5. सौरव गांगुली (भारत)
सौरव गांगुली फील्डिंग के दौरान रन रोकने के लिए गेंद को रोकने में कमजोर रहे हैं और उनकी डाइविंग भी अजीब थी
6. सईद अजमल (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सईद अजमल तेजी से दौड़ नहीं पाते थे और उनकी फील्डिंग भी बहुत खराब थी
7. जवागल श्रीनाथ (भारत)
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ की ग्राउंड फील्डिंग उतनी अच्छी नहीं थी. कंधे की चोट के बाद उन्हें अपनी गेंद थ्रो करने की तकनीक को बदलना पड़ा. इसका फायदा उठाकर विरोधी टीम के बल्लेबाज एक्स्ट्रा रन दौड़ जाते थे
8. मोर्न मोर्केल (दक्षिण अफ्रीका)
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मोर्न मोर्केल को फील्डिंग के दौरान अपनी लंबाई के कारण तेजी से नीचे झुकने में मुश्किल होती थी और वह कई बार एक्स्ट्रा रन दे बैठते थे
9. ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा डीप एरिया में फील्डिंग के दौरान जमीन को कवर करने में असमर्थ रहते थे
10. अर्जुन रणतुंगा (श्रीलंका)
श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा फील्डिंग के दौरान दौड़ कर गेंद पकड़ने में कमजोर थे