शनि देव को दंडाधिकारी, न्याय का देवता, कर्म फलदाता आदि नामों से जाना जाता है.
शनि देव इंसान को कर्मों के अनुसार शुभ या अशुभ फल प्रदान करते हैं. यही वजह है कि लोग उनकी कोप दृष्टि से बचना चाहते हैं.
इनकी चाल काफी धीमी होती है और एक राशि से दूसरी में जाने के लिए करीब ढाई साल का समय लेते हैं.
शनि अभी खुद की राशि कुंभ में विराजमान हैं. वह इस राशि में 17 जून 2023 को रात 10 बजकर 48 मिनट पर वक्री हो जाएंगे.
वह यहां पर व्रकी अवस्था में 4 नवंबर तक रहेंगे. इसका प्रतिकूल प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ेगा.
शनि की उल्टी चाल से 4 राशियां ऐसी हैं, जिनको काफी सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी.
शनि की उल्टी चाल से मेष राशि के जातकों को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ सकता है. यह समय काफी उथल-पुथल भरा रहेगा.
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना अशुभ साबित हो सकता है. आर्थिक दिक्कतों में वृद्धि होगी.
तुला राशि वालों के लिए शनि का वक्री अच्छा नहीं रहेगा. मानसिक और आर्थिक परेशानियों में इजाफा हो सकता है. बड़ा नुकसान होने की आशंका है. परिवार में वाद-विवाद हो सकता है.
कुंभ राशि के लिए यह समय थोड़ा कष्टकारी रह सकता है. सेहत के बारे में अधिक सतर्क रहें.