क्या है जिंदगी की सबसे बड़ी हार? गीता की ये 8 बातें जान लीं तो यूं पलट जाएगी किस्मत
Vinay Trivedi
Nov 09, 2023
गीता की ये बातें जिंदगी में लें उतार
श्रीमद्भागवत गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है. माना जाता है कि गीता में कई ऐसी बातें लिखीं जिनको अगर आप अपनी जिंदगी में उतार लें तो आपकी किस्मत पलट सकती है. आइए गीता की अनमोल बातों के बारे में जानते हैं.
किसका ज्ञान जहर जैसा है?
गीता के अनुसार, अगर ज्ञान के बाद किसी को घमंड हो जाता है, तो उसका ज्ञान जहर की तरह है. लेकिन अगर ज्ञान के बाद किसी में नम्रता आ जाती है तो उसका ज्ञान अमृत के जैसा है.
जिंदगी की सबसे बड़ी हार क्या है?
गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा कि जिंदगी में सबसे बड़ी हार संभावनाओं से मुंह मोड़ लेना होता है. ऐसे लोग बड़े ही अज्ञानी होते हैं. क्योंकि वे नहीं जानते हैं कि उनके अंदर कितनी क्षमता है.
बुरे वक्त में कौन काम आता है?
गीता में ये भी बताया गया है कि सुख में धर्म-कर्म और दूसरों की मदद करते रहनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि बुरे वक्त में यही आपके काम आता है.
क्रोध कब बन जाता है पुण्य?
गीता के उपदेश के अनुसार, क्रोध तब पुण्य में बदल जाता है जब वह धर्म और मर्यादा को बचाने के लिए किया जाए. लेकिन सहनशीलता भी तब पाप मानी जाती है, जब वह धर्म और मर्यादा की रक्षा ना कर पाए.
क्या है इंसान के दुख का कारण?
गीता के मुताबिक, किसी को कभी भूतकाल के सुख की याद नहीं करनी चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से वो सभी चीजें आपके दुख का कारण बनती हैं.
कर्म पर क्या है गीता का ज्ञान?
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में ये भी कहा कि कर्म वो फसल है जिसे हर इंसान को खुद ही काटना पड़ता है. इसलिए पाप ना करें. अच्छे कर्मों के रूप में हमेशा अच्छे बीज बोएं, जिससे कि फसल अच्छी हो.
मन पर कंट्रोल क्यों है जरूरी?
गीता में ये भी कहा गया है कि अगर आप किसी भी काम में कामयाबी पाना चाहते हैं तो अपने मन पर कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है. क्योंकि अगर क्रोध आ गया तो वह बुद्धि का नाश कर देता है. इससे बने बनाए काम भी बिगड़ जाते हैं.
क्या है नाकामयाबी का कारण?
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में ये भी कहा कि किसी भी इंसान या चीज से ज्यादा लगाव नहीं रखना चाहिए. क्योंकि यही बाद में दुख और नाकामयाबी का कारण बनता है.