शोरूम हो या कोई ऐड जब भी हम देखते है की घड़ी में 10:10 का टाइम सेट होता है. फिर चाहिए वो वॉल क्लॉक हो या फिर हैंड वॉच
हम देखते है की जब भी कंपनी से कोई भी रिलीज की जाती है तो उस पर भी टाइम सेट होता है.
ये बताया गया है की जब भी घड़ी में 10 बजकर 10 मिनट का समय बज रहा होता है.
घंटा, मिनट और सेकंड तीनों का सुई की एक दूसरे को ओवरलैप नहीं करती
ये बताया गया है की जब भी घड़ी में 10 बजकर 10 मिनट का समय बज रहा होता है. घंटा, मिनट और सेकंड तीनों का सुई की एक दूसरे को ओवरलैप नहीं करती
घड़ी में 10:10 का वक्त इसलिए भी बनाया जाता है क्योंकि ये विक्ट्री का साइन जैसा नजर आता है
एक वजह ये भी दी गई की टाइमिंग इसलिए सेट होता है ताकि घड़ी पर कंपनी का नाम साफ तरीके से दिखें
कई घड़ियों में तो 3, 6 और 9 अंकों के पास तारीख के लिए जगह छोड़ी जाता है, क्योकि अगर कोई दूसरा समय सेट किया जाए
लोगों का कहना है कि इसी वक्त पर लिंकन की मौत हुई थी इसलिए घड़ियों के विज्ञापन में ये समय दिखाया जाता है. मगर सच तो ये है कि लिंकन को गोली रात के 10:15 पर लगी थी