इन नामी हस्तियों ने बंटवारे के समय पाकिस्तान को छोड़, भारत को बनाया आशियाना
Zee News Desk
Aug 07, 2024
बेगम पारा
एक समय पर हिंदी फिल्म जगत में जलवा बिखेरने वाली अदाकारा बेगम पारा पति नासिर खान की मौत के बाद 1975 में पाकिस्तान चली गई थी.
लौटी हिंदुस्तान
लेकिन इसके 2 साल बाद ही वापस हिंदुस्तान लौट आई. आखिरी बार बेगम पारा संजय लीला भंसाली की फिल्म सांवरिया में नजर आई थी. 2008 में 81 साल की उम्र में इनकी निधन हो गया था.
उस्ताद बड़े गुलाम अली खान
प्रसिद्ध गायक गुलाम अली खान बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए और भारत लौट आए.
कब मिली नागरिकता?
गुलाम अली खान ने 1957 में भारतीय नागरिकता हासिल की थी. 25 अप्रैल, 1968 को उनका निधन हो गया.
जोगेंद्र नाथ मंडल
पाकिस्तान के पहले श्रम और कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल मुस्लिम लीग के सहयोगी थे. हिंदू नागरिकों के प्रति पाकिस्तान के व्यवहार को देखने के बाद वे भारत वापस आ गए थे.
साहिर लुधियानवी
मशहूर उर्दू शायर और गीतकार लुधियानवी को सरकार द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने के बाद पाकिस्तान से भागने पर मजबूर होना पड़ा.
पद्मश्री
उन्हें 1971 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया. लुधियानवी का 1980 में निधन हो गया.
कुर्रतुलऐन हैदर
उर्दू साहित्य की जानी-मानी हस्ती कुर्रतुलऐन हैदर को 'कृति आग का दरिया' के प्रकाशन के बाद पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था.
साहित्य में योगदान
ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हैदर को साहित्य में उनके योगदान के लिए पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. 2007 में उनकी मृत्यु हो गई.
मिल्खा सिंह
महानतम एथलीट्स में शुमार 'द फ्लाइंग सिख' के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह बटवारे का दंश झेलने के बाद पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए थे.
सेना मेें भर्ती
यहां पर उन्होंने आर्मी ज्वाइन की और फिर एथलीट के रूप में अपना करियर शुरू किया. 2021 में 81 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.
अदनान सामी
सिंगर और गीतकार अदनान सामी का जन्म तो पोकिस्तान में हुआ था पर 2016 में उन्होंने भारतीय नागरिकता ले ली.
लंबा इंतजार
भारतीय नागरिकता के लिए अदनान को 18 साल इंतजार करना पड़ा और इस दौरान वो 2 बार रिजेक्ट भी हुए.