क्यों हिंदू धर्म में अलग-अलग गोत्र में कराई जाती है शादी? विज्ञान के इस जवाब से आप रह जाएंगे हैरान

Zee News Desk
Dec 20, 2024

हिंदू धर्म में शादियां लड़का और लड़की दोनों का गोत्र देखे बिना नहीं कि जाती.

लेकिन क्या आपको पता है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई थी और इसके पीछे का विज्ञान क्या है?

पुराने समय में भारत के ऋषियों ने आश्रम बनाए और वहां रहने वाले लोगों को उनके नाम से जाना जाने लगा.

महाभारत के शांति पर्व के अनुसार 4 गोत्र थे जिनके नाम अंगीरा, कश्यप, वशिष्ठ और भृगु.

इसके बाद इसमें जमदग्नि, अत्रि, विश्वामित्र और अगस्त्य ऋषि का नाम भी जोड़ा गया.

विज्ञान के अनुसार पहला कारण है Inbreeding Avoidance. ये तब होता है जब अपने ही संबंधियों में विवाह किया जाए.

इसका परिणाम यह होता है कि उनकी आने वाली पीढ़ी में Genetic Disorder का खतरा बढ़ जाता है.

दूसरा कारण है Genetic Diversity. अलग-अलग गोत्रों में शादी करने से Genetic Disorder का खतरा कम होता है.

इन्हीं कारणों से प्राचीन काल से ही अलग-अलग गोत्रों में शादियां कराई जाती रही हैं.

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प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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