कौन है भारत में गरीबी का जिम्मेदार? विदेशी आक्रमणों का खामियाजा आज भी भुगत रहा देश

Zee News Desk
Sep 04, 2024

इतिहास

भारत में विदेशी आक्रमण का इतिहास बहुत पुराना रहा है. सिकंदर से लेकर अंग्रेजों तक का सफर इस देश ने देखा है.

विदेशी

विदेशी जब भी भारत आए उन्होंने सबसे पहला निशाना यहां के मंदिर और ज्ञान को ही बनाया. जानते हैं ऐसे कुछ प्रतीकों के बारे में.

टूटे मंदिर

भारत के इतिहास में जब भी किसी विदेशी ने हमला किया तो उसने अपना पहला शिकार मंदिरों को ही बनाया.

प्रतीक

ऐसी जगहें अतिक्रमण और धार्मिक असहिष्णुता के सबूत के अलावा और कुछ नहीं हैं.

गरीबी

2000 सालों तक 33% GDP वाला भारत 1947 में 4% पर आ गया जिसका श्रेय विदेशी आक्रमणकारियों को जाता है.

टूटी मूर्तियां

टूटी मूर्तियां और कुछ नहीं बल्कि भारत के इतिहास और संस्कृति के लिए विदेशियों की नफरत है.

Universities

जब भी विदेशी भारत में आए तब उन्होंने यूनिवर्सिटीज, लाइब्रेरी और किताबों को जलाया जिस वजह से भारत ने बहुत सारा ज्ञान खो दिया.

तबाह शहर

आज भी हंपी इसी तबाही से सबूत के तौर पर खड़ा है. हम्पी कभी दुनिया का सबसे अमीर शहर हुआ करता था.

फेल्ड Education सिस्टम

भारतीय शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से खत्म करके भारत को गुलाम बनाने के लिए शिक्षा व्यवस्था को ही बदल दिया गया जो आज भी वैसे ही चल रहा है.

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