भारतीय इतिहास का वो गुमनाम राजा जिसने ग्रीक आक्रमणकारियों को दी थी मात
Zee News Desk
Aug 22, 2024
सिर्फ 15 साल की उम्र में युवराज और 24 साल की उम्र में राजा बन गए थे राजा खारवेल.
कलिंग के इस महान राजा ने अपने शासनकाल के दौरान कलिंग को एक अपराजेय किला में तब्दील कर दिया था.
कृषि कलिंग की अर्थव्यवस्था का आधार थी. राज्य में खेती के लिए उपजाऊ भूमि थी. खारवेल ने सिंचाई के लिए नहरें और बांध बनवाए.
खारवेल के शासनकाल में व्यापार का विकास हुआ. तोसली और चंद्रपुत जैसे बंदरगाह शहरों को महत्व मिला. रोम और ग्रीस जैसे स्थानों से कई विदेशी व्यापारी कलिंग आए.
खारवेल का हाथीगुम्फा शिलालेख प्राचीन कलिंग के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है.
खारवेल ने 195 से 172 ईसा पूर्व के बीच बनवाया था. इस शिलालेख में खारवेल की सैन्य जीत और प्रशासनिक उपलब्धियों का वर्णन है.
खारवेल के शासनकाल के दौरान कलिंग एक महत्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरा जो मौर्य साम्राज्य की शक्ति के चरम पर पड़ोसी राज्य जीतने में सक्षम था.
राजा खारवेल के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक थी ग्रीक आक्रमणकारियों को हराना.
भुवनेश्वर में खंदागिरी और उदयगिरी गुफाओं के निर्माण भी राजा खारवेल ने ही कराया था.