Polyandry Tradition: यहां एक ही लड़की से होती है सभी भाइयों की शादी, पत्नी से मिलन के वक्त दरवाजे के बाहर टांग देते हैं टोपी

Devinder Kumar
Jul 12, 2023

भारत अपनी अलग-अलग विविधताओं के लिए जाना जाता है. यहां पर क्षेत्र और समुदाय के हिसाब से लोगों की अलग-अलग परंपराएं हैं.

अरुणाचल प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में बहुपति विवाह की अक्सर चर्चा होती है. कहते हैं कि इस प्रथा में परिवार के सभी लड़कों का विवाह एक ही लड़की से कर दिया जाता है.

परंपरा के मुताबिक परिवार का सबसे बड़ा लड़का किसी लड़की से शादी करता है. इसके बाद उसे बाकी बचे छोटे कुंवारे भाइयों की पत्नी भी मान लिया जाता है.

सभी भाई अपना सुखी वैवाहिक जीवन बिता सकें, इसके लिए जो भाई पत्नी के साथ कमरे में मौजूद होता है, वह दरवाजे के बाहर अपनी टोपी टांग देता है. ऐसा करने से दूसरे भाई उस कमरे में नहीं आते.

इस शादी के बाद जन्म लेने वाले बच्चों के असली पिता के बारे में पता कर पाना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में जन्म लेने वाले सभी बच्चों के साथ बराबरी का व्यवहार किया जाता है.

अगर कोई भाई इस रिश्ते को नहीं मानना चाहता तो उसे घर छोड़कर जाने की आजादी दी जाती है. किसी पर इस परंपरा को जबरदस्ती नहीं थोपा जाता.

कहते हैं कि परिवार में जमीन के बंटवारे को रोकने के लिए प्राचीन काल में यह परंपरा शुरू की गई थी. इसके चलते भाईयों के अपने अलग- अलग परिवार नहीं बनते और वे इकट्ठे रहते हैं.

कहते हैं कि शिक्षा के प्रसार और सख्त कानून बनने की वजह से अब दोनों राज्यों से यह परंपरा अब लुप्त हो चुकी है. वहीं कुछ लोगों का दावा है कि चोरी-छुपे अब भी यह परंपरा निभाई जा रही है.

कुछ लोगों का कहना है कि बहुपति विवाह का यह आइडिया महाभारत में द्रौपदी प्रसंग से आया है. उस जमाने में पांचों पांडव द्रौपदी के पति थे. हालांकि ऐसा जानबूझकर नहीं बल्कि अनजाने में हुआ है.

कहा जाता है कि अरुणाचल- हिमाचल के अलावा तिब्बत में भी बहुपति विवाह का चलन रहा है. वहां पर लड़कों की तुलना में लड़कियों की कम आबादी और पारिवारिक संपत्ति बंटने से रोकने के लए ऐसा किया जाता है.

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