मुगल शहजादी जिसने बादशाह को बचाने के लिए मानी दुश्मन की शर्त, मजबूरी में की उससे शादी
Vinay Trivedi
Jul 22, 2023
मुगल बादशाह के लिए बहन की कुर्बानी
भारत में मुगल साम्राज्य को स्थापित करने वाले बाबर की एक युद्ध में बड़ी दुर्गति हुई थी. वह बुरी तरह हारा था और फिर उसकी बहन को बड़ी कुर्बानी देनी पड़ी थी.
दुश्मन से कर लिया समझौता
बता दें कि बाबर की बहन का नाम खानजादा था. वह अपने भाई से बहुत प्यार करती थी. दुश्मन की कैद में रह रहे भाई के लिए खानजादा ने समझौता किया था.
जब जंग में बुरी तरह हारा बाबर
जान लें कि 1502 ईस्वी में हुए सर-ए-पुल के युद्ध में उज्बेक शासक शैबानी खान ने बाबर को बुरी तरह मात दी थी. इसके बाद उसने बाबर को कैद कर लिया था.
भूखे मरने को मजबूर हो गए थे सैनिक
सर-ए-पुल की जंग में हार के बाद तस्वीर पूरी तरह से बदल गई थी. बाबर, शैबानी खान की कैद में था और उसके सैनिक भूखे मरने को मजबूर थे.
बाबर की बहन ने किया बड़ा फैसला
शैबानी खान की कैद में बाबर को करीब 6 महीने बीत चुके थे लेकिन इन सबसे निकलने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. तब बाबर की बहन खानजादा ने बड़ा फैसला किया.
खानजादा ने मान ली दुश्मन की शर्त
अपने भाई बाबर की जान बचाने के लिए खानजादा बेगम ने दुश्मन शैबानी खान की शर्त मान ली थी. खानजादा ने शैबानी खान से शादी के लिए हां कर दी थी.
दुश्मन की कैद से छूटा बाबर
फिर खानजादा बेगम से शादी करने के बाद शैबानी खान ने बाबर को छोड़ दिया था. बहन की कुर्बानी भाई के बहुत काम आई थी. हर किसी ने खानजादा बेगम की तारीफ की थी.
शादी के बाद नहीं खुश रह पाईं खानजादा
हालांकि, शादी के बाद भी खानजादा बेगम खुश नहीं रह पाईं. शैबानी खान से शादी के बाद खानजादा बेगम को एक बेटा हुआ, पर उसकी जल्द ही मौत हो गई.
पति ने दूसरे मर्द से करा दी शादी
फिर कुछ दिन बाद ही शैबानी खान, खानजादा से अलग हो गया था और उसका निकाह किसी दूसरे मर्द से करा दिया था.