भारतीय रेलवे की ये 10 अनोखी चीजें, जिसे दुनिया भी करती है सलाम

1. भारतीय रेलवे की स्थापना बहुत पहले 16 अप्रैल, 1853 को हुई थी, जब इसकी पहली यात्री ट्रेन ने मुंबई के बोरी बंदर से ठाणे के बीच 34 किलोमीटर की दूरी तय की थी.

2. उस वक्त ट्रेन में लगभग 30 वैगन थे, जिसे साहिब, सुल्तान और सिंध नाम से जाना जाता था. इसे तीन लोकोमोटिव द्वारा संचालित किया गया था.

3. भारत के पास जम्मू-कश्मीर के धरोत में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल चिनाब रेल ब्रिज है. यह चिनाब नदी पर एक स्टील और कंक्रीट का मेहराबदार पुल है.

4. भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म भी है. प्लेटफॉर्म की लंबाई लगभग 1,366 मीटर है.

5. हालांकि, जल्द ही कर्नाटक के हुबली जंक्शन रेलवे स्टेशन के नाम यह उपलब्धि हो जाएगी, जिसकी अनुमानित लंबाई 1,505 मीटर होगी.

6. एक बात जो आपको आश्चर्यचकित कर सकती है वह यह है कि भारतीय रेलवे वास्तव में चार यूनेस्को-मान्यता प्राप्त विश्व धरोहर स्थलों का मालिक है, और भविष्य में इसके दो और हो सकते हैं.

7. वर्तमान में, इसके पास दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई, नीलगिरी माउंटेन रेलवे और कालका शिमला रेलवे है. दो नए यूनेस्को विरासत स्थल कांगड़ा घाटी रेलवे और माथेरान लाइट रेलवे बाद में जोड़े जाएंगे.

8. भारत में शानदार स्थलों में से एक महाराष्ट्र के नागपुर जिले में डायमंड क्रॉसिंग है.

9. भारतीय रेलवे द्वारा नामित डायमंड क्रॉसिंग में दो रेलवे ट्रैक हैं, जो उत्तर-दक्षिण की ओर जा रहे हैं और अन्य दो लाइनें पूर्व-पश्चिम की ओर जा रही हैं, जो एक चौकोर आकार की डायमंड की आकृति बनाती हैं.

10. भारतीय रेलवे के पास अभी भी पूरी तरह फंग्शनल लोकोमोटिव है जिसे फेयरी क्वीन कहा जाता है. स्टीम इंजन के साथ काम करने वाला माजेस्टिक लोकोमोटिव दिल्ली से अलवर के बीच एक पर्यटक ट्रेन के रूप में चलता है.

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