अकबर के मुगल हरम में होते थे मौज-मस्ती वाले खेल, औरतें करती थीं ऐसे काम
Alkesh Kushwaha
Aug 15, 2023
हरम में नजर आते थे बादशाह
बादशाह अक्सर युद्ध और साम्राज्य के कामों में व्यस्त रहा करते थे. लेकिन वक्त मिलने पर बादशाह अधिकतर हरम में ही नजर आते थे.
बागवानी के शौकीन थे बादशाह
मुगल रानियां और कई बादशाह बागवानी के बहुत शौकीन थे. बगीचों को संवारने और देखभाल करने में उनका काफी वक्त बीतता था.
महिलाओं के लिए अलग महल
अकबर पहला ऐसा मुगल बादशाह था, जिसके शासनकाल में रानियों और महिलाओं के मनोरंजन के लिए अलग महल बनवाए गए थे.
महिलाएं करती थीं ऐसा
यहां महिलाएं नृत्य, बागवानी, कविताएं पढ़ने के अलावा जश्न मनाने जैसे आयोजन कर सकती थीं.
मुगल शहजादों को भी नहीं थी इजाजत
मुगल हरम में सिर्फ बादशाह ही आ जा सकते थे. मुगल शहजादों को भी इसके हर हिस्से तक जाने की इजाजत नहीं होती थी.
खास होते थे खेल
हरम में दैनिक जीवन के हिस्से के तौर पर महिलाओं को खेल खेलने की इजाजत नहीं होती थी. लेकिन कुछ खेल ऐसे होते थे, जिनको महिलाएं खास कारणों से मनोरंजन के लिए खेला करती थीं.
ऐसा होता था खेल
हरम में मुगल बादशाहों का एक पसंदीदा खेल होता था पाशबंदी. इस खेल में दो टीमें खेलती थीं, जिनको एक-दूसरे के खिलाफ जीतना होता था.
अकबर को पसंद था ये खेल
मूर्तियों से बने घोड़ों का इस्तेमाल करके इस खेल को खेला जाता था. यह अकबर को बेहद प्रिय था.
महिलाएं लेती थीं हिस्सेदारी
यह ऐसा खेल है, जिसको आज भी खेलते हैं. हालांकि कुछ ही जगह महिलाएं इसमें हिस्सेदारी लेती हैं.
हरम में होते थे ये खेल
इतिहासकारों की मानें तो अकबर की रानी जोधाबाई को शिकार का शौक था. मुगल हरम में कुश्ती, ताश, बैकगैमौन जैसे खेल भी खेले जाते थे. बादशाह को तीर चलाना और सांपों से खेलना भी अच्छा लगता था.