हिंदी दिवस से जुड़ी 10 रोचक बातें, जिसे हर भारतीय को जानना है जरूरी

Zee News Desk
Sep 14, 2023

हिंदी की लिपि देवनागरी है. इसमें कई ऐसे शब्द हैं, जो सीधे तौर पर संस्कृत से लिए गए हैं. 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया.

विश्व में 60 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिनकी पहली भाषा हिंदी है. यहीं कारण है कि हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जानें वाली भाषा है.

आजादी के बाद भारत की संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के तौर पर लागू किया गया.

26 जनवरी 1950 को संविधान के अनुच्छेद 343 में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया.

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया था, और 14 सितंबर, 1953 को पहली बार हिंदी दिवस मनाया गया.

दुनियाभर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए 10 जनवरी, 2006 को पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया गया.

आधिकारिक तौर पर भाषा को अपनाने वाला पहला भारतीय राज्य बिहार था. साल 1881 में बिहार ने हिंदी को आधिकारिक राज्य भाषा बनाया था.

हिंदी खुद भी फारसी का शब्द है. फारसी के 'हिंद' से निकली है हिंदी. जिसका मतलब होता है सिंधु नदी की भूमि.

भारत के बाहर बांग्लादेश, नेपाल, फिजी, मॉरीशस, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, युगांडा, अमेरिका, यूके, सूरीनाम, गुआना, टोबैगो और जर्मनी में हिंदी बोली जाती है.

साल 2017 में ऑक्सफोर्ड में पहली बार , अच्छा, बड़ा दिन, बच्चा और सूर्य नमस्कार जैसे शब्दों को अपनी डिक्शनरी में शामिल किया.

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