ऐसे ही नहीं होती है 7 अजूबों में ताजमहल गिनती, इस खास मिट्टी से होती है सफेद संगमरमर की सफाई

Saumya Tripathi
Jan 26, 2025

7 अजूबों में ताजमहल की गिनती की जाती है. जिसे देखने के लिए दुनियाभर से हर रोज सैकड़ों लोग आते हैं.

यमुना नदी किनारे बसे आगरा के ताजमहल सफेद संगमरमर से बनाया गया है. इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) के पास है.

लगभग 393 साल पुराना ताजमहल आज भी दूध जैसा चमकता है. लेकिन क्या आप मालूम है कि इसकी सफाई कैसे की जाती है.

ताजमहल की सफाई के लिए खास तरीका अपनाया जाता है, जिसे मड पैकिंग कहा जाता है. जिसमें खास मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है.

ताजमहल की सफाई के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है. जिसे फुलेर अर्थ (Fuller Earth) भी कहा जाता है.

मुल्तानी मिट्टी में मौजूद एल्युमिनियम, फिलोसिलिकेट और मैग्नीशियम सफेद पत्थर को साफ करने में मददगार है.

ताज महल को साफ करने के लिए मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट तैयार किया जाता है. इसके बाद मजदूर पानी से छिड़काव करके ब्रश से लेप लगाते हैं.

इस प्रक्रिया को करने में करीब 3-4 महीने का वक्त लग जाता है. मुल्तानी मिट्टी गंदगी, कैमिकल और ऑयली प्रदूषण को सोख लेती है.

सूखने के बाद इसे पानी से धुल दिया जाता है. पहले यह प्रक्रिया साल में 1 बार की जाती थी, लेकिन अब इसे दो बार किया जाता है.

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