नए शोध से खुलासा हुआ है कि नियमित रूप से दूध पीने की आदत महिलाओं में दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकती है.
स्वीडन में किए गए एक हालिया अध्ययन ने दूध के सेवन और दिल की सेहत के बीच संबंध पर रोशनी डाली है. 1 लाख से ज्यादा महिलाओं और पुरुषों को इस अध्ययन में शामिल किया गया.
दीर्घकालिक डेटा
यह शोध दो दीर्घकालिक कोहोर्ट अध्ययनों पर आधारित था, जिसमें प्रतिभागियों की डाइट और लाइफस्टाइल की जानकारी को दशकों तक ट्रैक किया गया.
गैर-फर्मेंटेड दूध का प्रभाव
300 मिलीलीटर या अधिक नियमित दूध (गैर-फर्मेंटेड दूध) का सेवन करने वाली महिलाओं में इस्केमिक दिल की बीमारी और मायोकार्डियल इंफार्क्शन (हार्ट अटैक) का जोखिम अधिक पाया गया.
पुरुषों के लिए निष्कर्ष
पुरुषों में दूध के सेवन और दिल की बीमारी के बीच ऐसा सीधा संबंध नहीं देखा गया.
फर्मेंटेड दूध के लाभ
खट्टा दूध और दही जैसे फर्मेंटेड दूध प्रोडक्ट का सेवन करने वालों में दिल की बीमारी का कोई खतरा नहीं पाया गया.
कार्डियोमेटाबॉलिक प्रोटीन का विश्लेषण
अध्ययन में कार्डियोमेटाबॉलिक प्रोटीन की जांच की गई, जिनका उपयोग डॉक्टर दिल की बीमारी के खतरे को निर्धारित करने के लिए करते हैं.
दूध और प्रोटीन पैटर्न
नियमित दूध का सेवन इन प्रोटीन पैटर्न्स को इस तरह प्रभावित कर सकता है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.